- चुनाव की मांग पर अड़े छात्र
- खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा
जयपुर। प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव को रद्द करने के बाद एबीवीपी, एनएसयुआई सहित सभी छात्र संगठन एक मंच पर आकर प्रदर्शन कर रहे है। छात्रसंग चुनाव करवाने की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रों की और से धरना दिया जा रहा है। छात्र संग चुनाव की मांग को लेकर छात्रनेता भूख हड़ताल पर बैठ गए है। छात्र संगठनों ने इसे सरकार का काला अध्यादेश बताते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बड़ी संख्या में छात्र कुलपति के चैंबर में पहुंच गए। कार्यलय पर ताला लगा कर छात्र नेताओं ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया।
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छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्याल अजमेर में एनएसयुआई व एबीवीपी के साथ हंगामा करते हुए नजर आए। छात्रसंगठनों ने हंगामा करते हुए चुनाव कराने की मांग की। इस दौरान छात्र संगठनों ने नारे बाजी करते हुए कहा वीसी तुम एक काम करो कुर्सी छोड़ आराम करो। इस दौरान पुलिस बल ने छात्रों से शांति बनाये रखने के लिए समझाइश करने की कोशिश की लेकिन छात्र पीछे नहीं हटे, ऐसे में युनिवेर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार शुक्ला हंगामा कर रहे छात्रों से मुखातिब हुए और मामला शांत करने का प्रयास किया। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भगवन सिंह चौहान ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होती है। और छात्रसंघ चुनाव रद्द करना युवाओं के साथ खिलवाड़ है। छात्र संगठनों ने चेतावनी दी कि अगर चुनाव होते है तो प्रदेशभर का छात्रसंगठन जयपुर में विधानसभा का घेराव करेगा।
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छात्रसंघ चुनाव पर लगी रोक
बता दे कि शनिवार को छात्रसंघ चुनाव को लेकर उच्च शिक्षा विभाग की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में प्रदेशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने नई शिक्षा नीति-2020 लागू करने के साथ ही यूनिवर्सिटी में चल रही एडमिशन और रिजल्ट प्रक्रिया और लिंगदोह कमिटी की सिफारिश के उलंघन का हवाला देकर छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने की बात कही, जिस पर सर्वसम्मति से इस साल चुनाव नहीं कराने का फैसला किया गया।