Dausa Vidhan Sabha: हरियाणा में चौंकाने वाले नतीजों की वजह से यहां राजस्थान में भी चुनावी माहौल गरमाने लग गया है। सूबे में दौसा, झुंझुनूं, उनियारा, चौरासी, खींवसर, सलूंबर और रामगढ़ सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन सभी सीटों में से दौसा सीट की चर्चा सबसे ज्यादा है।
दौसा सीट कांग्रेस के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है। यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट सांसद रह चुके हैं। या इस बात को ऐसे कहें कि सचिन पायलट को ये सीट उत्तराधिकार में मिली है। क्योंकिं उनके पिता राजेश पायलट और मां भी यहां से सांसद रह चुकी हैं। इस तरह से उऩका दबदबा इस सीट पर ज्यादा है। यहां के जातिगत समीकरणों की बात की जाए तो ये सीट मीणा और गुर्जरों का बाहुल्य माना जाता है। बीजेपी के दिग्गज नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा का भी अच्छा खासा दबदबा है।
क्या कहता है गणित
दौसा के विधायक मुरालीलाल मीणा बीते लोकसभा चुनाव में सांसद का चुनाव जीत गए थे। इसलिए यह सीट खाली हो गई। ऐसे में अब कांग्रेस की तरफ से कई सारे उम्मीदवार लंभी लिस्ट में सामने आते हैं। वहीं सभांवनाएं ये जताई जा रही है कि कांग्रेस में मुरालीलाल मीणा के परिवार जन को ही टीकट दिया जाना है तो वहीं बीजेपी की तरफ से मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा, पूर्व विधायक शंकरलाल शर्मा, प्रभुदयाल शर्मा, लोकेश शर्मा, ऋषभ शर्मा, भावना सैनी, नीलम गुर्जर और वृद्धिचंद शर्मा का नाम चर्चाओं में है. लेकिन बीजेपी इस बार इस सीट पर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है। मंथन अभी भी शुरु है। अभी किसी नेता का नाम सामने नहीं आया है।
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दोनों पार्टियों के परिणाम
बात करें इस सीट के पिछले पांच चुनाव परिणामों की तो दो बार कांग्रेस के पक्ष में और दो बार बीजेपी के पक्ष में गए हैं. जबकि एक बार यहां बहुजन समाज पार्टी ने बाजी मारी थी। बात करें दोनों पार्टियों के जीत की तो कांग्रेस इस सीट को लेकर बीजेपी के मुकाबले ज्यादा आश्वस्त नजर आ रही है. वहीं बीजेपी इस सीट को अपने खाते में डालने के लिए बेकरार है।
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