S.M.S Hospital Trauma Centre Mismanagement: एसएमएस हॉस्पिटल की आखिर कौन लेगा जिम्मेदारी। जहां मरीज और उसके परिजन किसी न किसी मेडिकल इमरजेंसी के कारण आते हैं। इसमें भी ट्रॉमा सेंटर जहां देशभर से गंभीर स्थिति वाले मरीजों का आना हमेशा जारी रहता है। किसी का एक्सीडेंट हुआ हो या कोई चोटिल हुआ हो वो सबसे पहले वो एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर का ही रुख करता है। लेकिन वहां क्या हाथ लगता है। सिर्फ अव्यवस्थाएं।।
हर दिन होता है सामन चोरी
अव्यवस्थाओं का आलम ये है कि वहां आने वाले मरीजों को अपने सामान से ही हाथ धोना पड़ता है। पुख्ता सुरक्षा और व्यवस्था न होने के कारण यहां चोर उच्चक्कों का बोल बाला है। जिससे कभी मरीजों और उनके परिजनों का सामान गायब हो जाता है तो कभी उनके मोबाइल और पैसे। ऐसा ही एक मामला सामने आया शनिवार को एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर इमरजेंसी में। जहां अपने चोटिल बेटे के इलाज के लिए आए एक पिता का मोबाइल देखते देखते चोरी हो गया।
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सामान के बहाने मोबाइल पार
मामला सुभाष चौक से आए कपिल दास का है। जो दोपहर करीब 12 बजे अपने बेटे को लेकर एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचा। उसके 8 साल के बेटे का हाथ टूट गया था। यहां पट्टी लाने के लिए उसे बाहर भेजा गया। इसी बीच सामान लाने के लिए भीड़ में किसी ने मोबाइल मांगा कर्मचारी के साथ होने के कारण शक नहीं हुआ और उसे मोबाइल दे दिया। जिसे लेकर वो हो गया गायब। काफी समय नहीं आने पर मरीज के परिजनों ने उसकी जांच शुरू की। जिसके बाद मामला थाने पहुंचा। यहां भी घंटों इंतजार के बाद मरीज के परिजन परेशान होते रहे।
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