अहमदाबाद से पढ़ी इस महिला के बिजनस सेन्स ने इन दिनों भारत के जाने माने बिजनसमैन मुकेश अंबानी के भी पसीने छुड़ा दिए हैं। 50 साल की उम्र में ई-कॉमर्स सेक्टर में उतरने का फैसला करने वाली फाल्गुनी नायर अपना लोहा हर ओर मनवा रही हैं। इनवेस्टमेंट बैंकिंग और ब्रोकिंग में 2 दशक काम करने वाली नायर ने उम्र के इस पड़ाव पर यह फैसला लेकर सभी को चैका दिया। ई-कॉमर्स सेक्टर में उतरने के बाद उन्होंने थोड़े ही समय में सफलता भी पाई।
उद्यमी बनने से पहले फाल्गुनी कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी के साथ भी काम करते हुए कंपनी की एमडी भी रह चुकी हैं। साल 2012 में ब्यूटी प्रोडक्ट्स में उन्होंने कदम रखा था। विशेषज्ञता से चलने वाले इस कारोबार में वे ऑनलाइन बिजनस में उतरी और नायका को खड़ा किया।
10 साल में बिजनसवुमन के तौर पर खड़ा किया साम्राज्य
बिजनसवुमन बनकर उन्होंने 10 साल के समय में ही शीर्ष संपत्ति बनाने में कामयाबी पाई। फाल्गुनी नायर देश की उन महिलाओं में से बनी जिन्होंने देश में अपने बिजनस को फैलाया। इनकी फर्म नायका का नाम और ब्रांड आज देश ही नहीं विदेशों में भी अपना नाम कमा रहा है। वहीं इनकी नेटवर्थ में भी एक साल के अंदर बड़ा उछाल आया। जिससे वे अमीर भारतीयों में अंबानी को टक्कर देने में कामयाब हुई।
नेटवर्थ 345 फीसदी तक बढ़ी
इनकी नेटवर्थ 345 फीसदी तक बढ़ी। जिससे वे अमीरों की सूची में 100 वें पायदान पर पहुंच गई। इससे उनकी संपत्ति भी बहुत जल्द रफ्तार पकड़ने लगी। वे इसववउइमतह इपससपवदंपतमे पदकमग पदकपं में आने वाली इतिहास की सातवीं भारतीय महिला बनी। उनके पास महिला नेतृत्व वाली यूनिकॉर्न बनने का भी टैग है। नायका कंपनी का मार्केट अभी 37,664 करोड़ रुपये पर है। आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ी नायर शुरू से ही बहुत होशियार रही। उनकी एजुकेशन भी उनकी कंपनी की ही तरह बहुत अच्छी रही है।
रतन टाटा को टक्कर
नायर ने भारत में ब्यूटी प्रोडक्ट सेक्टर में खुदको बहुत जल्दी खड़ा किया। जिसके बाद नायका ने रतन टाटा के टाटा समूह को टक्कर दी। यही नहीं वे अब नायका के जरिये एशिया के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी के रिलायंस कंपनी के ब्यूटी ब्रांड को भी टक्कर दे रही हैं।