Naresh Meena News : समरावता थप्पड़ कांड के बाद टोंक जेल में बंद नरेश मीणा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं देवली उनियारा उप चुनाव का रिजल्ट जारी होने के बाद नरेश मीणा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, नरेश मीणा को 11 दिसंबर तक जेल भेज दिया है। आइए जानिए क्या है पूरा मामला?
उप चुनाव का रिजल्ट आने के बाद नरेश मीणा (Naresh Meena) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं( उनियारा मजिस्ट्रेट ने नरेश मीणा की 11 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है( भले ही नरेश मीणा जेल से बाहर नहीं आ पाए हैं, लेकिन उन्होंने जेल में बैठे-बैठे ही एक बड़ा खेल कर दिया है। नरेश मीणा थप्पड़ कांड मामले में समरावता बूथ पर एरिया मजिस्ट्रेट और मालपुरा उपखंड अधिकारी अमित चौधरी की नौकरी पर भी तलवार लटक रही है।
बता दें कि नरेश मीणा (Naresh Meena) थप्पड़ कांड मामले में एसडीएम अमित चौधरी की नौकरी जाने के साथ-साथ गिरफ्तारी भी हो सकती है। मामला यह है कि नरेश मीणा थप्पड़ कांड के बाद किसान नेता रवि सोनड ने अमित चौधरी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज और तथ्य छिपाने के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। बताते चले कि रवि सोनड़ ने अपनी शिकायत में बताया था कि अमित चौधरी पर RAS बनने से पहले आपराधिक मामले में 2023 में एफआईआर दर्ज हो गई थी।
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अमित चौधरी (Amit Chaudhary) के खिलाफ एफआईआर अजमेर के पुलिस थाना आदर्श नगर में दर्ज हुई थी। हालांकि इस मामले में न्यायालय से अमित चौधरी को संदेह का लाभ मिला था। राजस्थान सरकार के नियमों के मुताबिक ऐसे व्यक्ति RAS अधिकारी बनने के लिए पात्र नहीं होते है। अमित चौधरी पर RAS भर्ती और नियुक्ति प्रक्रिया में उक्त आपराधिक मामले की जानकारी छिपाने और जानबूझकर RPSC में गलत जानकारी छिपाने के आरोप हैं, जो लागू कानून और सेवा नियमों का उल्लंघन है। सिर्फ इतना ही नहीं एसडीएम अमित चौधरी पर पुलिस के साथ मिलकर साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज बनवाने के आरोप हैं। जिसमें आईपीसी 420, 471 और 120 बी और 182 का मामला बनता है। वहीं तथ्य छिपाने पर RPSC के नियमों की भी अवहेलना हुई है।
इस मामले में रवि सोनड़ ने मुख्यमंत्री, डीजीपी राजस्थान पुलिस अजमेर, एसपी पुलिस अजमेर, पुलिस थाना अजमेर सिविल लाइंस को शिकायत दी थी। बताते चले कि किसान नेता रवि सोनड़ ने यूं ही कच्ची गोलियां नहीं खेली, उन्होंने शिकायत के साथ राजस्थान सरकार का परिपत्र, कोर्ट ऑर्डर और अमित चौधरी के सर्विस रिकॉर्ड की कॉपी सौंपी थी।
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