Naresh Meena News : कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल देवली-उनियारा के समरावता गांव में हुई हिंसक घटना का जायजा लेने के लिए गांव में पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर इस घटना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा है कि भजनलाल सरकार इस घटना का ठीकरा नरेश मीणा के ऊपर फोड़ना चाहती है। लेकिन गांव वालों की एकता की वजह से उनका प्लान पूरी तरह चोपट हो गया है। अब भजनलाल सरकार उनकी रिहाई में रोड़ा अटका रही है, आइए जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दें कि प्रहलाद गुंजल मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, समरावता पोलिंग बूथ पर SDM अमित चौधरी के द्वारा फर्जी मतदान करवाया गया था। जिसके बाद निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा और SDM अमित चौधरी के बीच तीखीनोझ हुई…जिसके बाद गुस्से में नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। गुंजल ने कहा, आचार संहिता में किसी भी सरकारी कर्मचारी को सरकार के पक्ष रखने का अधिकारी नहीं है। उन्होंने कहा है कि यहां के SDM ने अपने अधिकारों को दुरुपयोग किया है। पुलिस प्रशासन को SDM अमित चौधरी और जिला कलेक्टर सौम्या झा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
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उन्होंने कहा, ग्रामीणों को घर से निकाल-निकाल कर पीटा गया और उनको जबरन उठाकर जेल में डाल दिया गया, बेगुनाहों के साथ न्याय होना चाहिए। उन्होंने कहा , मुझे अपनी पार्टी से बात करने दीजिए और सरकार की तरफ से आए डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और जवाहर सिंह बेढम से भी बात करूंगा, समरावता गांव में सरकार का क्या पक्ष रहा है? मैं कांग्रेस पार्टी से बात करूंगा विपक्ष क्या स्टेटमेंट रहेगा।
प्रहलाद गुंजल ने कहा है कि अगर समरावता गांव को न्याय नहीं मिला तो हम बड़ा कदम उठाएंगे। मैं पटेलों को साथ लेकर बड़ी महापंचायत करुंगा। हालांकि सीएम भजनलाल शर्मा ने इस मामले में अभी तक कोई भी बयान नहीं दिया है, वहीं नरेश मीणा के साथ अन्याय किया जा रहा है, उनको बिना बात 15 दिनों तक जेल में रखा गया है, हालांकि प्रदेशभर में उनके समर्थक तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर तक रैलियां निकाल चुके है। इसके बावजूद भी भजनलाल सरकार नरेश मीणा को रिहा करने को तैयार नहीं है।
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