Naresh Meena News : टोंक। राजस्थान में देवली उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले और नरेश मीणा समरावता कांड़े के बाद से ही जेल में बंद है, 13 नवंबर को नरेश मीणा को जेल में डाल दिया गया था। उसके बाद से ही सर्व समाज और नरेश मीणा के समर्थक उनकी रिहाई के लिए आंदोलन कर रहे है। अब कांग्रेस के बड़े नेता भी खुलकर नरेश मीणा के समर्थन में कूद गए है। इस मामले में 29 दिसंबर को महापंचायत होने वाली है, लेकिन इस महापंचायत से पहले ही कुछ ऐसा हो गया जो नरेश मीणा के समर्थकों के लिए थोंड़ी चिंता की बात है। जी हां, अब किरोड़ी लाल मीणा ने भी महापंचायत पर बड़ा खुलासा कर दिया है, आइए जानिए क्या है पूरा मामला?
नरेश मीणा की रिहाई के लिए होगी महापंचायत
निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा की रिहाई के लिए महापंचायत की तैयारी चल रही है। यह महापंचायत 29 दिसंबर को आयोजित की जाएगी और इसके साथ ही अगर नरेश मीणा को 15 दिसंबर तक रिहा नहीं किया जाता। प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने की धमकी दी गई है, इस महापंचायत में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल भी सक्रिय हैं, और यह साफ है कि इस मुद्दे पर सियासी गर्मी काफी बढ़ चुकी है। क्योंकि अब महापंचायत के मामले में राजस्थान के कद्दावर नेता, किरोड़ी लाल मीणा भी कूद गए है।
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किरोड़ी लाल मीणा ने महापंचायत को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि यह सवाल तो महापंचायत करने वालों से पूछा जाना चाहिए कि वे महापंचायत क्यों कर रहे हैं? उनका मानना है कि पुलिस किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं करेगी। इसके बावजूद कुछ लोग इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रहे हैं और पंचायत के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन महापंचायत का उद्देश्य राजनीति से प्रेरित नहीं होना चाहिए। उनका साफ कहना है कि यह सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट हो सकता है और ऐसे मुद्दों को लेकर आम जनता को गुमराह नहीं किया जाना चाहिए।
बता दें कि नरेश मीणा पर विधानसभा उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने का आरोप है। इस मामले को लेकर उनके समर्थक पूरी ताकत से उनके पक्ष में आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। महापंचायत के आयोजन की घोषणा के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां और तेज हो गई हैं। राजस्थान में राजनीति के इस नए मोड़ ने सभी को चौंका दिया है। एक ओर जहां महापंचायत के आयोजक नरेश मीणा की रिहाई के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर किरोड़ी लाल मीणा ने इस पर सवाल उठाए हैं, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 29 दिसंबर को आयोजित होने वाली महापंचायत कितनी बड़ी होती है और क्या यह राजस्थान की राजनीति में नया मोड़ लाएगी।
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