Rajkumar Roat News : राजस्थान के आदिवासी बहुल क्षेत्र से एक नई मांग उठ रही है, जिसने खेल और शिक्षा के क्षेत्र में देशभर का ध्यान खींचा है। जहीर खान जैसे गेंदबाजी एक्शन के चलते वायरल हुई सुशीला मीणा की में एक नया मोड़ आया है। सोशल मीडिया के जरिए रातोंरात स्टार बनी सुशीला मीणा को लेकर अब भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत पीएम मोदी से बड़ी मांग कर डाली है, तो चलिए जानते हैं आखिर राजकुमार रोत ने पीएम मोदी से कौनसी बड़ी मांग की है।
सुशीला मीणा का वीडियो वायरल होने के बाद आदिवासी क्षेत्र की खेल प्रतिभा उजागर हुई है। राजकुमार रोत ने सुशीला मीणा का वीडियो तो शेयर किया है। पीएम मोदी से आदिवासी बाहुल्य में स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय और स्किल डेवलपमेंट कॉलेज खोलने की मांग कर डाली है। सांसद राजकुमार रोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे अपने पत्र में क्या कहा, और यह मांग क्यों महत्वपूर्ण है।
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राजकुमार रोत ने अपने पत्र में कहा है कि बांसवाड़ा-डूंगरपुर आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां के युवा खेलों में जबरदस्त रुचि और प्रतिभा रखते हैं। उन्होंने इस क्षेत्र से निकली महान हस्तियों का उदाहरण दिया, जैसे कि पद्मश्री लिम्बाराम, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया। हाल ही में वायरल हुई सुशीला मीणा, जिनके गेंदबाजी एक्शन ने देशभर में सुर्खियां बटौर रही है। लेकिन इन प्रतिभाओं को बेहतर प्रशिक्षण और संसाधनों की कमी के कारण सही दिशा नहीं मिल पाती है। सांसद रोत का कहना है कि अगर यहां स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय की स्थापना होती है, तो खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण और विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी।
इस क्षेत्र के युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा और सबसे महत्वपूर्ण, यह स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। सांसद राजकुमार रोत ने सिर्फ खेल के लिए ही नहीं, बल्कि यहां के युवाओं के कौशल विकास के लिए भी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा-डूंगरपुर क्षेत्र के युवा मेहनती और प्रतिभाशाली हैं, लेकिन उन्हें औद्योगिक और तकनीकी प्रशिक्षण के पर्याप्त अवसर नहीं मिलते है।
रोजगार के अभाव में, यहां के युवा गुजरात जैसे राज्यों में मजदूरी करने को मजबूर हैं, अगर इस क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट कॉलेज की स्थापना होती है, तो युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण मिलेगा। वे आईटी, औद्योगिक कौशल, हस्तकला, कृषि आधारित उद्योग जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित होंगे। स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और युवा स्टार्टअप और स्वरोजगार के माध्यम से अपने क्षेत्र, राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे। राजकुमार रोत की यह मांग न केवल बांसवाड़ा-डूंगरपुर के लिए, बल्कि पूरे राजस्थान और देश के लिए अहम है। यह आदिवासी बहुल क्षेत्र की छिपी हुई प्रतिभाओं को मंच देगा, खेल और रोजगार के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।
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