CM Bhajanlal Sharma News : जयपुर। राजस्थान की भजनलाल सरकार ने हाल ही में अपने कार्यकाल का एक साल पूरा है जिसमें सरकार ने अपने काम काज का पूरा लेखा जोखा जनता के सामने रखा है। भजनलाल सरकार ने अपने किए कार्यों का बाकायदा ब्रोश्चर बनाकर पेश किया है जिसमें उन सभी कार्यों का लेखा जोखा है जो जनहित में किए गए हैं। इन कार्यों में से एक है गोपालन एवं डेयरी उद्योग का….जिस पर सरकार ने जमकर पैसा खर्च किया और नई दिशा प्रदान की, जिसके चलते गोपालन एवं डेयर उद्योग नई बुलंदियां छू रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भजनलाल सरकार में गोपालन एवं डेयरी उद्योग के विकास को लेकर क्या क्या कार्य हुए हैं।
– राजस्थान की 100 गौशालाओं को गौकाष्ठ मशीन रियायती दर पर उपलब्ध कराने हेतु गौकाष्ठ मशीन की दर निर्धारण हेतु निविदा जारी।
– पंजीकृत गौशालाओं को देय अनुदान में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई।
– गौशाला विकास योजना अन्तर्गत कुल 107 नवीन आवेदन पत्र पर 10 करोड़ 55 लाख की आधारभूत परिसम्पत्तियों के निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए।
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पंचायत समिति स्तरीय नंदीशाला सहभागिता योजना अन्तर्गत पंचायत स्तरीय नंदीशाला हेतु 13 जिलों में आधारभूत सम्पत्तियों के निर्माण के लिए 34 करोड़ 60 लाख रुपये आवंटित किए गए।
ग्राम पंचायत गौशाला, पशु आश्रय स्थल जनसहभागिता योजना के अन्तर्गत 29 जिलों में निविदाएं जारी। 38 संस्थाओं की प्रशासनिक स्वीकृति जारी। इनमें से 34 संस्थाओं द्वारा मौके पर कार्य प्रारम्भ।
औसतन दूध संकलन 32 लाख 55 हजार लाख किलोग्राम प्रतिदिन एवं दूध बिक्री 22 लाख 07 हजार लीटर प्रतिदिन रही है।
औसतन क्रय दर 867 रुपये (46.21 रुपये प्रति किलोग्राम) प्रति किलोग्राम फैट से किया गया है। दुग्ध उत्पादकों को दूध के उचित मूल्य उपलब्ध कराने के लिए 1,096 नयी समितियों का गठन हुआ।
पशु आहार संयंत्रो पर 4 लाख 68 हजार 335 मैट्रिक टन पशु आहार की बिक्री रही।
दुग्ध उत्पादकों के दुधारू पशुओं के लिए चारे के उत्पादन हेतु बीज प्रसंस्करण संयंत्र, बीकानेर एवं कोटा दुग्ध संघ से ज्वार, बाजरा, मक्का, जई जो रिजका और बरसीम की चारा फसलों के लिए अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष 2024-25 में विभिन्न चारा फसलों का 13,578 क्विंटल उन्नत बीज निःशुल्क/अनुदानित दर पर वितरित किया गया।
राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना (अष्टम चरण) व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना दिनांक लागू की गई है। योजना में दुर्घटना मृत्यु एवं पूर्ण स्थाई अपंगता पर 5 लाख एवं आंशिक अपंगता पर 2 लाख 50 हजार रुपये का बीमा लाभ देय है। योजनान्तर्गत 1 लाख 54 हजार दुग्ध उत्पादकों को बीमित किया गया है।
जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों द्वारा सरस सामूहिक आरोग्य बीमा योजना का अठारहवां चरण दिनांक अक्टूबर, 2023 से प्रारंभ हुआ था जिसमें माह अक्टूबर, 2024 तक कुल 23 हजार 943 दुग्ध उत्पादकों का बीमा किया गया है।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में रूपये 600 करोड का प्रावधान किया गया जिसके विरूद्ध अब तक 200 करोड़ रूपये का हस्तान्तरण डीबीटी के माध्यम से किया जा चुका है।
सरस दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों के उपभोक्ताओं को उनके द्वार पर उपलब्ध कराये जाने के लिए 738 सरस मित्र बनाये जा चुके हैं
वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 1150 डेयरी बूथ खोले जा चुके है।
पन्नाधाय बाल-गोपाल योजना के तहत राज्य के 66,659 राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों/ मदरसों/विशेष प्रशिक्षण केन्द्रों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए 7 हजार मैट्रिक टन स्कीम्ड मिल्क पाउडर पहुंचा दिया गया है।
सरस ब्राण्ड के नकली घी की रोक-थाम के लिए क्यूआर कोड अंकित किया जा रहा है जिससे सरस घी के उपभोक्ताओं की सरस घी के प्रति विश्वसनियता बढी है एवं सरस घी की बिक्री में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
इस वर्ष दिपावली के त्यौहार पर 125 मैट्रिक टन सरस मिठाईयों का रिकार्ड उत्पादन कर बिक्री की गई जो कि अपने-आप में एक कीर्तिमान है।
सरस अमृतम अभियान के तहत उच्च गुणवत्ता के दुग्ध संकलन हेतु दुग्ध उत्पादक समितियों पर मोबाईल वैन व अन्य संसाधनों के द्वारा औचक निरीक्षण कर जाँच की जा रही है।
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