- कई राज्यों में होंगे चुनाव
- पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में कमेटी गठित
जयपुर। राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले है। चुनाव से पहले चर्चाओं का बाजार गर्म है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। देश में एक राष्ट्र एक चुनाव की संभावना तलाशी जा रही है। ऐसे में राजस्थान के साथ ही लोकसभा के चुनाव भी होने की संभावना जताई जा रही है। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता मे एक कमेटी का गठन किया गया है।
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1967 तक एक साथ चुनाव
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता मे बनी कमेटी इस बात का पता लगाएगी क्या देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो सकते है। 1967 तक देश में केंद्र तथा राज्यों में एक साथ चुनाव होते थे। उसके बाद 1968-69 में विधानसभाएं भंग हो गई तथा राज्य नए बनाए गए। जिसके कारण परंपरा टूटती चली गई और अलग-अलग समय चुनाव होने लगे। इसको लेकर मोदी सरकार की और से संसद का विशेष सत्र भी बुलाया गया है। 18 सितंबर से 22 सितंबर के बीच चलेगा। इस सत्र में एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर बड़ा फैसला होने की संभावना है।
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लोकसभा चुनाव में भाजपा मजबूत
राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम तथा छत्तीसगढ़ में इस साल चुनाव होने वाले है। 10 राज्यों के चुनाव लोकसभा के चुनाव के साथ हो सकते है। पीएम मोदी काफी समय से लोकसभा तथा प्रदेशों में विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए काफी जोर दिया। सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नजर आ रही है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी इस मामले में रिपोर्ट तैयार करेंगी। भाजपा की विधानसभा चुनाव में स्थिति कमजोर बनी हुई है वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा मजबूत है।