Bageshwar Dham Darbar in Sikar : राजस्थान के सीकर में शनिवार, 02 सितंबर को बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) का दरबार लगाया गया। एक दिवसीय इस दरबार में पं. धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों की समस्याओं का निवारण अपने चिर-परिचित अंदाज में किया। दरबार शाम 5.30 बजे शुरू हुआ और रात 9 बजे खत्म हो गया।
दरबार के दौरान शास्त्री ने कहा-
"भारत राम का राष्ट्र है और राम के राष्ट्र में राम की ही चर्चा होगी। भारत में रहना होगा तो सीताराम कहना होगा।"
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पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा-
"लोग मुझसे पूछते हैं कि आप भारत में करना क्या चाहते हो, मैंने कहा- मुझे सड़कों पर तूफान, मंदिरों में भीड़ चाहिए। राम राज्य से भारत-हिंदुस्तान (India-Hindustan) चाहिए। सीकर के लोग कितने भाग्यशाली है कि यहां एक तरफ खाटूश्याम (Khatu Shyam) तो दूसरी तरफ सालासर बालाजी (Salasar Balaji) है और जीणमाता (Jeenamata) तो इस जिले की ही हैं।"
सीकर आने पर बोले शास्त्री-
"न चांद की चाहत, न तारों की फरमाइश, हर पल तू मेरे साथ रहे बस यही मेरी ख्वाहिश। मैं तीसरी बार सीकर (Sikar) आया हूं। मैंने सोचा था कि सीकर में ज्यादा लोग नहीं होंगे, लेकिन यहां रोड शो (Road Show) के दौरान खड़े-खड़े कमर टूट गई। बड़ी मुश्किल से यहां तक पहुंच पाए।"
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सनातन धर्म पर बोले पंडित शास्त्री-
"मेरा तो एक ही सपना है कि जिन लोगों ने हमारे सनातन धर्म (Eternal Religion) पर कुठाराघात किया, उनकी ठठरी और गठरी दोनों बांधी जाएगी। इसलिए ही मैं दिन-रात आप लोगों के बीच आता हूं। मैं यहां आप लोगों को चमत्कार दिखाने या फिर कथा सुनाने नहीं आया हूं। हम तो तुम्हारे अंदर केवल हनुमान जी (Hanuman Ji) को जगाने आए हैं। अगर हनुमान जी जाग जाएंगे तो तुम्हें दरबारों में भटकने की जरूरत नहीं होगी। यदि मन में भक्ति जाग गई तो बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जहां रहोगे वहीं बागेश्वर धाम होगा।
शास्त्री ने कहा कि अपने सनातन के साथ कभी समझौता मत करना। जीते जी मर जाना, लेकिन समझौता मत करना। तुम दूसरे मजहब के ताबीजों के चक्कर में मत पड़ो। यहां तो तुम मंदिर, कथा या हनुमान जी को छोड़ दो या फिर हनुमान जी पर ही सब कुछ छोड़ दो। सनातन पर उंगली उठाने वाले और मंदिरों को दुकान बताने वाले और बड़ी-बड़ी पोल खोलने वाले आए, लेकिन मैंने सबके मुंह बंद कर दिए। मैंने तो विदेशों में भी जाकर हिंदू राष्ट्र (Hindu Rashtra) की घोषणा कर दी। अंग्रेज सीताराम कह रहे हैं। वहां जब अंग्रेजों ने मुझे रोका तो मैंने कह दिया कि काफिरों मुझे रोक कर क्या कर लोगे मैंने तो आग लगा दी है।"
सीकर शहर में हुआ बड़ा रोड शो
शाम का दरबार सजाने से पहले पं. धीरेंद्र शास्त्री का सीकर शहर में बड़ा रोड शो हुआ। यह डाक बंगले से कल्याण सर्किल, बजरंग कांटा, कृषि मंडी होते हुए रीको तिराहा तक निकाला गया। दोपहर 2.25 बजे शुरू हुआ रोड शो 3.30 पर जाकर खत्म हुआ। इस दौरान शहर में आधे घंटे तक ट्रैफिक जाम बना रहा। इसके बाद दरबार में पहुंचकर शास्त्री ने करीब 20 से अधिक लोगों के पर्चे लिखे, जिनमें शादी, नौकरी, व्यापार जैसे सवाल पूछने वाले याचक थे।
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