राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टर्स लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे है। प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ सरकारी रेजीडेंट ने भी हड़ताल में समर्थन किया। धीरे-धीरे प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। यहां तक की अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों से काम ठप है। डॉक्टर्स मरीजों के ऑपरेशन टाल रहे है। इससे अस्पतालों में भीड़ तो बढ़ी ही साथ ही कई मरीजों की मौत भी हो गई। लेकिन अब प्राइवेट हॉस्पिटल्स की इस हरकत पर सख्ती से कार्यवाही की जाएगी।
राजस्थान सरकार ने प्राइवेट हॉस्पिटल की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। सरकार ने सभी जिला अस्पतालों अपने क्षेत्र में होने वाले चिकित्सकों के प्रदर्शन की जानकारी मांगी है। निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, जयपुर की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस में लिखा है कि राइट टू हैल्थ बिल के विरोध में जो प्राइवेट हॉस्पिटल के चिकित्सक हड़ताल और प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी सूचना निदेशक तक भेजी जाए।