- उप प्रधान की गिरफ्तारी से गरमाया माहौल
- पुलिस व भाजपा नेताओं में हुई तीखी बहस
जोधपुर। आसियां विधानसभा क्षेत्र के तिंवरी पंचायत समिति के उप प्रधान खेमाराम को विधायक दिव्या मदेरणा से पंगा लेना भारी पड़ गया। दरअसल खेमाराम सरकारी निर्माण कार्य के शिला पट्ट पर अपना नाम नहीं देख कर भड़क गए। और खेमाराम ने विरोध जताना शुरू कर दिया। जिसके बाद उपप्रधान को पुलिस ने शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया। उपप्रधान की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों ने ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के दबाव में एक तरफ कार्रवाई का आरोप लगाया। भाजपाइयों के विरोध को बढ़ता देख उपखंड अधिकारी से जमानत करावाने की प्रक्रिया पुलिस ने थाने में करवाई। कार्रवाई पूरी होने के बाद खेमाराम को रिहा कर दिया गया।
भाजपाइयों ने किया हंगामा
ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा की और से उपप्रधान पर कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया। जिसके बाद भाजपाइयों ने हंगामा शुरू कर दिया। ओसियां के पूर्व विधायक व संसदीय सचिव भैराराम सियोल ने दिव्या मदेरणा पर तंज कसते हुए कहा विधायक के दबाव में पुलिस काम कर रही है। सियोल ने कहा उप प्रधान एक चुना हुआ प्रतिनिधि है। उप प्रधान के गांव में निर्माण कार्य हुआ है। सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य के नाम भी प्रोअटोकॉल के अनुसार शामिल होने चाहिए।
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पुलिस उपाधिक्षक के साथ भाजपा नेताओं की तीखी बहस
सियोल ने कहा विधायक ने अपना नाम लिखवाया और जिला प्रमुख का नाम लिखवा लिया। विरोध जताया तो उप प्रधान को गिरफ्तार कर लिया गया। उप प्रधान को थाने ले जाने के बाद भजापा नेता सहित अन्य लोग थाने पर पहुंच गए। इस दौरान पुलिस उपाधिक्षक के साथ भाजपा नेताओं की तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान गुस्साए भाजपा नेताओं ने कहा जनप्रतिनिधि को बोलने का अधिकार है। क्या जनप्रतिनिधि अपनी बात नहीं रख सकता।