पूर्व प्रधानमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की विदेश नीति एवं आर्थिक नीतियों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मोदी ने पूरे विश्व के दबाव के बावजूद देश को सर्वोच्च रखते हुए भारत को तरक्की के रास्ते पर अग्रसर बनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि वह देश के भविष्य को लेकर आशावादी है और भारत आने वाले समय में नई विश्व व्यवस्था को रास्ता दिखा सकता है।
दूसरे देशों के दबाव में नहीं आने को बताया बड़ी बात
मनमोहन सिंह ने कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था काफी ज्यादा बदल चुकी है। ऐसे में भारत ने रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद से खुद को अलग रखते हुए अपनी संप्रभुता और आर्थिक हितों को पहले रखा है और शांति की अपील भी की है। उन्होंने इसके लिए मोदी सरकार की सराहना की।
इसी तरह उन्होंने केन्द्र सरकार की विदेश नीति को भी उचित बताया है। सिंह ने कहा कि वह पीएम मोदी को जटिल कूटनीतिक मामलों से निपटने के लिए भी सलाह देना उचित नहीं मानते हैं। हालांकि सरकार ने जिस तरह चीन से जिस तरह डील किया है, वह बिल्कुल सही है।
जी20 की अध्यक्षता मिलने को बताया बड़ी उपलब्धि
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि भारत के जिम्मे जी20 की अध्यक्षता का मौका मेरे जीवनकाल में आया और मैं भारत को जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आ रहे विश्व नेताओं की मेजबानी करते हुए देख रहा हूं।' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले भारत का भविष्य सामाजिक सौहार्द की नींव पर ही होना चाहिए।
कहा, अगले पांच वर्षों में देश तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेगा
इस वर्ष लाल किले की दीवार से बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि देश अगले पांच वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी इस बात का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि देश अगले कुछ वर्षों में सर्विस इंडस्ट्री, मैन्यूफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन पर जोर देकर एक सक्षम आर्थिक महाशक्ति बन सकता है।