International Sign Language Day 2023: अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस (International Sign Language Day) प्रतिवर्ष 23 सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को सांकेतिक भाषा के महत्व के बारे में जागरूक करना है। यह दिवस हर साल एक अलग थीम पर मनाया जाता है। हर नागरिक को इन कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए और लोगों को इस भाषा के महत्त्व को समझना चाहिए।
क्या होती है 'सांकेतिक भाषा'?
(What is sign language)
सांकेतिक भाषा संरचनात्मक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं से काफी अलग होती है। विश्वभर में करीब 72 मिलियन से अधिक बाधिर लोग है। यह एक दृश्य भाषा है, जो अर्थ को व्यक्त करने के लिए हाथ के आकार, गतिविधियों, चेहरे के भाव और शरीर की भाषा का उपयोग करती है।
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'सांकेतिक भाषा' के प्रकार
(sign language Types)
अलग-अलग देशों में 'सांकेतिक भाषा' का इस्तेमाल अलग-अलग तरह से किया जाता है। इसके 250 से भी अधिक प्रकार है, जैसे- ब्रिटिश सांकेतिक भाषा (BSL), अमेरिकन सांकेतिक भाषा (ASL) और भारतीय सांकेतिक भाषा (ISL) आदि।
किसके लिए जरुरी है 'सांकेतिक भाषा'
(Sign language Necessary)
बधिर समुदाय के लिए मुख्य तौर पर 'सांकेतिक भाषा' सीखना बहुत जरुरी होता है। बधिर समुदाय मानव जाति को वो हिस्सा है, जो सुनने में सक्षम नहीं है। मानव जाति के इस हिस्से के लिए एक-दूसरे के साथ संवाद करने और खुद को अभिव्यक्त करने के लिए 'सांकेतिक भाषा' का ज्ञान जरुरी है।
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कैसे सीखें 'सांकेतिक भाषा'
(How to Learn Sign language)
सांकेतिक भाषा सीखने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म्स का सहारा लिया जा सकता है। दुनियाभर में कई ऐसे संस्थान है, जो सांकेतिक भाषा सिखा रहे हैं। आपको इंटरनेट पर
'सांकेतिक भाषा' में करियर
(Career in Sign Language)
सांकेतिक भाषा सिर्फ बाधिर लोगों के लिए ही नहीं बल्कि आम इंसान (जो पूरी तरह से ठीक है) के लिए भी काफी जरुरी है। मानव समाज के एक दिव्य हिस्से के साथ मिलने-जुलने और उनकी अदभुत दुनिया को समझने के लिए हमें सांकेतिक भाषा सीखनी चाहिए। इसे सीखने के बाद आप चाहे तो कई क्षेत्र में करियर भी बना सकते है, जिसमें बाधिर बच्चों की पाठशाला में अध्यापन और मीडिया क्षेत्र में बाधिर से जुड़े ख़ास कार्यक्रमों को होस्ट करना आदि शामिल है।