पूरी दुनिया पर एक बार फिर से वैश्विक मंदी का खतरा मंडरा रहा है। चीन के बाद अमरीका की भी हालत खराब होने की कगार पर है। विश्व के सुपरपावर कहे जाने वाले देशों की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे खोखली होती जा रही है। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार अब अमरीका पर बढ़ते कर्ज के कारण अमरीकी इकोनॉमी शटडाउन की स्टेज में जा सकती है।
आंकड़ों के अनुसार अभी अमरीका पर करीब 33 ट्रिलीयन का कर्ज है जिसके चलते आने वाले समय में सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह तक अटक सकती है। यहां पर पहले से ही महंगाई अपने चरम स्तर पर पहुंच चुकी है। अमरीकी अर्थव्यवस्था पर किसी भी तरह का खतरा पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।
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क्या होता है शटडाउन
सरल भाषा में कहें तो अमरीकी इकोनॉमी में शटडाउन उस स्थिति को कहा जाता है जब अमरीकी सरकार के पास अपने कर्मचारियों और एजेंसियों के जरूरी काम के लिए भी पैसा नहीं होता है। ऐसे हालात बनने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। बाइडेन के कार्यकाल से पहले डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भी लगातार 35 दिनों तक शटडाउन रहा था।
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अर्थव्यवस्था पर मंडराएगा खतरा
अमेरिका में शटडाउन होने पर सरकार का घाटा भी जबरदस्त तरीके से बढ़ जाता है। एक अनुमान के अनुसार शटडाउन की स्थिति में अमरीकी इकोनॉमी को एक हफ्ते में 6 अरब डॉलर तक का नुकसान हो सकता है जो सरकार की नीतियों पर दूरगामी और दीर्घकालीन प्रभाव डालेगा। फिलहाल देश में महंगाई पहले से ही बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है, ऐसे में एक अल्पकालीन मंदी का दौर भी देखने को मिल सकता है।