जयपुर। राजस्थान में इस बार विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है,क्योंकि एक तरफ प्रदेश में गहलोत सरकार अपनी योजनाओं के बल फिर से वापसी की तैयारी कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को उम्मीद है कि 5 साल खत्म होते ही पुराने रिवाज को देखते हुए प्रदेश की जनता सरकार को बदल देगी। इसलिए चुनाव में यह देखना काफी ज्यादा दिलचस्प हो गया है, कि इस बार कौन सत्ता की चाभी किसके हाथ लगेगी। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही मजबूत स्थिति में नजर आ रही हैं। वहीं इस बार एक और चीज काफी दिलचस्प है और वो है इस चुनाव में वोट डालने वाले नए मतदाता।
यह भी पढ़ें: Elections 2023: विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द,चुनाव आयोग की तैयारी पूरी
प्रदेश में इस बार सत्ता की ‘चाभी’ फर्स्ट वोटर्स के हाथ में जा सकती है, क्योंकि इस बार चुनाव में 22 लाख 6 हजार से ज्यादा ऐसे वोटर्स हैं, जो पहली बार सरकार के लिए अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। राजस्थान में इस बार 5.26 करोड़ से ज्यादा मतदाता राज्य सरकार का चुनाव करेंगे। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या में 48,91,545 की बढ़ोतरी हुई है। राज्य में निर्वाचन विभाग ने राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों की फोटोयुक्त मतदाता सूची प्रकाशित कर दी है।
यह भी पढ़ें: दिव्या मदेरणा का राजस्थान पुलिस पर तंज,सभा में बोली कौन सी चूड़िया पहन रखी है ?
इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता हैं। ट्रांसजेंडर मतदाता 606 हैं, जबकि पीवीटीजी (सहरिया आदिवासी) मतदाता 77,343 हैं। बता दें, 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में 4 करोड़ 77 लाख 89 हजार मतदाता थे। वहीं राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या 51,187 से बढ़कर 51,756 हो गई है। इस बार युवा मतदाता करीब 2.73 करोड़ हैं। इनकी उम्र 18 से 39 साल के बीच है। इसमें 22 लाख 6 हजार से ज्यादा ऐसे मतदाता हैं, जो पहली बार वोट करेंगे, जिनकी उम्र 18 से 20 साल के बीच है, जबकि 20 से 29 साल के वोटर 1.32 करोड़ और 30 से 39 साल के वोटर 11.85 करोड़ हैं।
यह भी पढ़ें: दिव्या मदेरणा का हनुमान बेनीवाल पर पलटवार,कहा-ओसियां से विदेशी मेरा संघर्ष लेकर जाएगें
मतदाता सूची में 80 वर्ष से अधिक आयु के 11.78 लाख मतदाता और 100 वर्ष से अधिक आयु के 17, 241 मतदाता हैं। इस बार इन मतदाताओं को घर बैठे वोट देने का विकल्प मिलेगा। इस बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सेक्स वर्करों की अलग मतदाता सूची भी तैयार की गई। पूरे राज्य में इनकी संख्या 13,232 है, जिन्हें मतदाता सूची में शामिल किया गया।