सरकारी नौकरी पाने के लिए युवा जी तोड़ मेहनत करते है। इसके लिए उन्हें यदि सही तरीका पता हो सफलता जल्द मिल जाती है। ऐसे ही कुछ टेस्ट के बारे में इस लेख में जानकारी दी जा रही है। जिन्हें कर युवा सरकारी शिक्षक की नौकरी पा सकते हैं। जो CTET टेस्ट Central Teacher Eligibility Test और TET टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट हैं। इन परीक्षाओंं को पास कर प्राथमिक और उच्च-प्राथमिक स्तर पर शिक्षक बनने के लिए योग्यता मिल जाती है। सरकारी स्कूलों में उम्मीदवार बनने के लिए परीक्षा देने वाले को इन परीक्षाओं में एक में पास होना अनिवार्य है।
क्या है दोनों में अंतर CTET और TET परीक्षा एक जैसी है क्या
इन दोनों परीक्षाओं में से CTET परीक्षा का सर्टिफिकेट, TET के सर्टिफिकेट की तुलना में अधिक मान्य होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि, CTET 2023 केंद्र सरकार की ओर से होती है। इसका सर्टिफिकेट सभी राज्यों में मान्य होता है। वहीं TET परीक्षा का सर्टिफिकेट सिर्फ उसी राज्य में मान्य होता है।
इस प्रकार, यदि कोई उम्मीदवार केंद्र सरकार के स्कूल या सीबीएसई से एफिलिएटेड स्कूल में पढ़ाने में रुचि रखता है, तो CTET उनके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। वहीं अगर कोई उम्मीदवार किसी राज्य के सरकारी स्कूल में पढ़ाने में रुचि रखता है, तो उसे उस राज्य के लिए TET परीक्षा देनी चाहिए जिसमें वह पढ़ाना चाहता है।
कौनसा है बेस्ट ऑप्शन CTET या TET
CTET
सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट जिसे CTET भी कहते हैं। ये नेशनल लेवल की परीक्षा होती है। जिसमें सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन साल में दो बार इसे आयोजित करवाता है। CTET में जनवरी 2024 सेशन के लिए अभी आवेदन किया जा रहा है इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in. पर अप्लाई किया जा सकता है।
TET
टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट TET एक स्टेट लेवल की परीक्षा होती है। CTET परीक्षा पास होने पर टीचर के पद पर आवेदन कर सकते हैं। यह सीबीएसई में नहीं अन्य राज्य सरकारों की ओर से आयोजित की जाती है।
इसे पास करने के बाद उम्मीदवार राज्य सरकारों में संचालित स्कूलों में पढ़ाने के लिए पात्र बन जाता है।
दोनों में शैक्षणिक योग्यता
CTET और TET में परीक्षाएं हैं, जिनका सर्टिफिकेट सरकारी स्कूलों में टीचर के पद के लिए योग्य होने के लिए जरूरी है। दोनों के बीच में अंतर यह है कि एक केन्द्र से जुड़ा है तो दूसरा राज्य से जुड़ा। दोनों परीक्षाओं में उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन डिग्री और B.Ed या D.El.Ed होना जरूरी है।