बड़ोदिया बस्ती की मर्डर मिस्ट्री:
11 माह बाद भी 1 ही सवाल शारदा का कातिल कौन!
जयपुर। दो मई की सुबह जब रामबाबू चर्तुभुज मंदिर दर्शन कर लौट रहा था उसे बस्ती की दादी, शारदा के घर के पास अजीब से दुर्गंध का अहसास हुआ तो उसका दिमाग खटका… कई दिन से दादी नहीं दिखी और घर के दरवाजे पर भी ताला लगा था ऐसे में उसके मकान में से आ रही बदबू ने हैरान कर दिया। बिना कुछ सोचे उसने पडौसी को सूचना दी और थोड़ी देर में सन्नाटे में तब्दील दादी के घर के सामने आस-पास के लोगो की भीड़ जमा हो गई। अनहोनी की आंशका में लोगो ने पुलिस को बुलवा लिया। जब पुलिस ने कबीर मार्ग बड़ोदिया बस्ती पहुंच कर दादी, शारदा देवी (65) का दरवाजा खोला तो सब देख के दंग रह गए। शारदा पलंग के पास ही खून से लथपथ हालत में जमीन पर मृत पड़ी थी। पुलिस जॉच-पड़ताल में सामने आया है कि मृतका शारदा देवी के चार बेटियां थी जिनकी उसने शादी कर दी और सब जयपुर से बाहर रहती थी। इस मकान में वह लंबे समय से अकेले रहती थी। इस दौरान किसी ने उसका कत्ल करने के बाद घर के बाहर ताला लगा कर फरार हो गया। मां की मौत की खबर के बाद भी बेटियां नहीं आई फिर मृतका के भाई की रिपोर्ट पर पुलिस ने आगे की जांच शुरू की तो शारदा की तो पूरी हिस्ट्री हाथ लगी मगर 11 माह बाद भी कातिल का सुराग नहीं है। सदर थानाधिकारी रायसल सिंह का कहना है कि हत्या के संबंध में पुलिस को कोई क्लू नहीं मिला है दूसरी तरफ मृतका की बेटियों ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी लिहाजा पुलिस अंधेरे में ही तीर मा रही है। सदर थाना पुलिस के साथ ही जिला स्पेशल टीम व कमिश्नरेट की विशेष टीमों ने जांच कर ली मगर शारदा का कातिल कौन है इस सवाल पर सब ने चुप्पी साध रखी है। माना जा रहा है कि कातिल पेशेवर था जिसने पूरी योजना के साथ पुलिस जांच आदि को ध्यान में रखते हुए बड़ी सफाई से कत्ल को अंजाम दिया है। 11 माह में पुलिस के पास इस कत्ल के संबंध में एक भी सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में बड़ोदिया बस्ती का हर शख्स का एक ही सवाल है कि आखिरकार बस्ती की दादी को निर्ममता पूर्वक मारने वाला कौन हैं?
कत्ल से जुड़ा एक किस्सा यह भी चर्चा में हैं
65 साल की शारदा की हत्या के मामले में आस-पास के लोगो ने अधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है मगर दबी जुबान में लोग स्वीकार करते है कि शारदा की हत्या के पीछे अनैतिक कारोबार की आंशका है। इसी के कारण शारदा की चारों बेटियों ने उससे दूरी बना ली थी और वह अपने पुस्तैनी मकान में अकेली रहती थी। बताया जाता है कि शारदा के घर अनैतिक कार्य होता था जिसमें आस-पास की कुछ महिलाए भी शामिल थी। शारदा खुद इस गिराह से सीधे नहीं जुड़ कर ऐसा काम करने वालों से कमीशन लेकर जगह मुहैया करवाती थी, जिस कारण आस-पास के कई लोग उससे रंजिश रखते थे। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट देने के बाद मृतका का भाई भी दुबारा थाने नहीं आया और ना ही मृतका की बेटियों ने पुलिस से संपर्क किया। ऐसे में यह मर्डर एक मिस्ट्री बन कर रह गया है।