Kota River Front Ghanta को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है। दुनिया के सबसे बड़े घंटे को निकालते समय दो लोगों की मौत हो गई जिनमें एक इंजीनियर और एक मजदूर शामिल है। यह दुनिया का सबसे बड़ा घंटा है जिसका वजन 79000 किलो ग्राम है। जिस वक्त इस घंटे को मोल्ड बॉक्स से बाहर निकाला जा रहा था तभी उसे बनाने वाले इंजीनियर 35 फीट नीचे गिर गए। इस घटना को लेकर मृतक इंजीनियर के बेटे धनंजय ने UDH मंत्री शांति धारीवाल और UIT प्रशासन पर चौंकाने वाले और गंभीर आरोप लगाए हैं।
Kota River Front Ghanta का वजन 79000 किलो
कोटा नगर विकास न्यास के XEN कमल मीणा के मुताबिक चंबल रिवर फ्रंट पर दुनिया का सबसे बड़ा घंटा बनाया गया है। इस घंटे का वजन 79000 किलो है। इस घंटे को विशेष तकनीक के जरिए तैयार किया गया था और इसें कुछ समय से मोल्ड बॉक्स के अंदर पैक करके रखा गया था। इसके बाद इसें खोलने के लिए इंजीनियर देवेन्द्र आर्य और उनकी टीम के साथ कोटा रिवर फ्रंट पर पहुंचे थे। इसके बाद जैसे ही वो घंटे को मोल्ड बॉक्स से बाहर निकालने के लिए उपर चढ़े तभी वो 35 फीट ऊंचाई से गिर गए।
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शांति धारीवाल पर लगे आरोप
Kota River Front Ghanta एक्सीडेंट में मृतक इंजीनियर के बेटे धनंजय ने शांति धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहा घंटे को जल्दी खोलने के लिए मेरे पिता पर पिछले कई दिनों से दबाव बनाया जा रहा था। उनको कहा जा रहा था कि वोटिंग से पहले घंटे को खोल देना वरना…। इसको लेकर इंजीनियर का कहना था कि धारीवाल जी का प्रेशर है अब तो जाना ही पड़ेगा। धनंजय का कहना है कि इस तरह की धमकियां लगातार उनके पिता देवेन्द्र आर्य को दी जा रही थी। उन्होंने कहा कि इंजीनियर पिता की तबीयत भी ठीक नहीं थी फिर भी प्रेशर डालकर उन्हें कोटा बुलाया गया।