अब Mizoram में मोदी मैजिक चलने जा रहा है। क्योंकि Mizoram Election Result 4 दिसंबर को जारी किए जा रहे हैं। मिजोरम की 40 सीटों पर 7 नवंबर को वोटिंग हुई थी। आपको बता दें कि मिजोरम में अधिकतर संख्या ईसाई धर्म के लोग रहते हैं। ईसाइयों के लिए रविवार पवित्र दिन होता है। इस दिन ईसाई लोग कई धार्मिक कार्यक्रम करता है। इसी वजह से काउंटिंग में बदलाव करना पड़ा। मिजोरम की कुल जनसंख्या लगभग 11 लाख है जिनमें से 9.56 लाख ईसाई हैं।
मिजोरम में 77.04% मतदान हुआ
मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी। इस बार राज्य में 77.04% मतदान हुआ था। राज्य के सेरछिप में सबसे अधिक 77.78%, तो सियाहा में सबसे कम 52.02% मतदान हुआ। राजधानी आइजोल में 65.06% वोटिंग हुई है। राज्य में 2018 के विधानसभा चुनावों में 81.61 प्रतिशत वोट डले थे। सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) और कांग्रेस ने सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ा है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 23 और वहीं आम आदमी पार्टी ने 4 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। वहीं, 27 उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ा है।
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त्रिकोणीय मुकाबला
मिजारेम राज्य में इसबार मिजो नेशनल फ्रंट, कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट के बीच कड़ा त्रिकोणीय मुकाबला है।
मिजोरम विधानसभा चुनाव में भाजपा का वर्चस्व ज्यादा नहीं रहा। यहां सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला रहता है। 2018 में कांग्रेस को हराकर MNF ने 10 साल बाद सत्ता हासिल की थी। सबसे बड़ा उलटफेर था कि कांग्रेस तीसरे नंबर पर आ गई और विपक्ष की भूमिका जोरम पीपल्स मूवमेंट के पास चली गई है। वहीं भाजपा को पिछले चुनाव में सिर्फ एक सीट मिली थी।
केंद्र में NDA के साथ हैं MNF
आपको बता दें कि मिजारम के मुख्यमंत्री जोरमथंगा की पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट भाजपा के नेतृत्व वाली नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) और केंद्र में सत्ताधारी NDA में शामिल है। परंतु, MNF मिजोरम में भाजपा अलग है। MNF से लोकसभा में एकमात्र सांसद लालरोसांगा हैं। MNF का राज्यसभा में भी एक ही सांसद हैं और उनका नाम के वनलालवेना है। यह पार्टी NDA के साथ रहती, मगर मणिपुर हिंसा को लेकर MNF की केंद्र सरकार से नाराजगी है।