जयपुर। TMC सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे थे। आपको बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र का आज 5वां दिन है। TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों पर लोकसभा में एथिक्स कमेटी ने रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट में Mahua Moitra की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई जिसके बाद एक्शन ले लिया गया। रिपोर्ट में महुआ के खिलाफ लगे आरोपों को गंभीर बाताया गया था। इस दौरान में विपक्षी सांसदों ने संसद में ने जमकर हंगामा किया और नारे लगाए। हालांकि, विपक्षी एक न चली और मोइत्रा को बाहर का रास्ता देखना ही पड़ा।
यह भी पढ़ें : नहीं चला प्रचंड मोदी लहर का जादू, विधायक का चुनाव हार गए ये 9 BJP सांसद
104 ज्यादा पेजों की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में की गई थी सिफरिश
लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई थी। इस दौरान कांग्रेस सांसद ने पूछा था कि महुआ मोइत्रा पर एक्शन इतना जल्दी क्यों लिया जा रहा है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बोला की महुआ को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दें। उन्होंने कहा कि कमेटी यह कैसे तय कर सकती है कि सांसद को क्या सजा दी जाए। इसका फैसला सदन करेगा। ये न्याय के अधिकार के खिलाफ है। मनीष तिवारी की आपत्ति पर ओम बिरला ने कहा, ये सदन है, कोर्ट नहीं है। न ही मैं न्यायाधीश हूं, मैं लोकसभा स्पीकर हूं।
यह भी पढ़ें : 'अमित शाह' के इस फैसले से PoK होगा हमारा! गृहमंत्री ने बताई 5 बड़ी बातें
महुआ ने की थी आईडी शेयर
इसको लेकर भाजपा सांसद हिना गावित ने कहा कि महुआ ने पैसे लेकर सवाल पूछे। उनको अपनी बात रखने का पूरा मौका मिला। मैंने 2 घंटे में पूरी रिपोर्ट पढ़ दी। महुआ ने माना है कि उन्होंने अपनी आईडी दी थी। इसको लेकर हीरानंदानी के बयान दर्ज किए गए हैं। इस घटना से पूरे सदन और सांसदों की छवि देश और दुनियाभर में खराब हुई। उन्होंने कहा, ऐसा पहली बार नहीं हुआ बल्कि 2005 में भी जिस दिन रिपोर्ट आई थी, उसी दिन 10 सांसदों को निष्कासित कर दिया गया था।