मुख्यमंत्री ने 2 लाख लाभार्थियों से किया संवाद
जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से समाज में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। पहले जहां राजस्थान की एक पिछड़े राज्य की छवि थी, वहीं आज राजस्थान एक मॉडल स्टेट के रूप में तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है। राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।
गहलोत गुरूवार को राजस्थान दिवस पर जयपुर में आयोजित लाभार्थी उत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आमजन को निःशुल्क शिक्षा, पानी, बिजली, राशन, स्वास्थ्य बीमा, जांच, दवाई, उपचार के साथ 1 करोड़ लोगों को पेंशन, नए स्कूल, कॉलेज, सड़कों, सस्ते गैस सिलेंडर आदि जनहितैषी योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।
इसके साथ ही राजस्थान 11.04 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर के साथ देश में दूसरे स्थान पर है। राज्य सरकार द्वारा जनता का पैसा जनहित में खर्च करने के कारण ही ये दोनों उपलब्धियां एक ही समय में संभव हुई है। आमजन को योजना का लाभ लेने में परेशानी न हों इसलिए 181 हैल्पलाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 200 से बढ़ाकर 1000 कर दी गई है। श्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में 19 नए जिले बनाए गए हैं, ताकि छोटी प्रशासनिक इकाईयों के माध्यम से बेहतर सुशासन दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने बताया राजस्थान 2030 का विजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जानी चाहिए ताकि राज्य में कोई भी पात्र व्यक्ति इनके लाभों से वंचित न रहे। आज राज्य सरकार की योजनाएं पूरे देश में चर्चा का विषय है। जनकल्याण में राज्य में किए गए नवाचार अद्वितीय हैं। इनका लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। जिस प्रकार कोरोना प्रबंधन में आमजन ने आगे बढ़कर कोई भूखा न सोए की संकल्पना को साकार करने में योगदान दिया था, इसी प्रकार अब कोई भी व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित न रहें, यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।
गहलोत ने आमजन से राजस्थान को 2030 तक देश में नंबर वन राज्य बनाने में योगदान देने का आह्वान किया। श्री गहलोत ने कहा कि 2030 तक प्रदेश के प्रत्येक परिवार की सम्पन्नता के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है ताकि हर राजस्थानी देश की अग्रिम पंक्ति में आ सके।
मुख्यमंत्री ने किया लाभार्थियों से संवाद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से जुड़े लाभार्थियों से संवाद किया। राज्य के सभी जिलों से लगभग 2 लाख लाभार्थी वीसी के माध्यम से एवं प्रत्यक्ष रूप से कार्यक्रम से जुड़े। जयपुर के लाभार्थी लक्ष्य जांगिड़ के पिता ने बताया कि उनके बेटे का ब्लड कैंसर का इलाज मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निशुल्क हुआ। योजना के माध्यम से हुए निशुल्क बोनमैरो ट्रांसप्लांट से आज उनका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पड़ौसी को भी चिरंजीवी योजना के बारे में जागरुक कर निशुल्क उपचार का लाभ दिलाया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस तरह की योजना लागू होनी चाहिए ताकि महंगे उपचार के अभाव में कोई भी व्यक्ति परेशान ना हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले महंगे उपचार के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा जाती थी। राज्य सरकार ने चिरंजीवी योजना के माध्यम से इस स्थिति को बदलकर यह सुनिश्चित किया है कि महंगे उपचार के अभाव में किसी मरीज को कोई दिक्कत ना हो।
पूर्व शिक्षा मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार गरीब को गणेश मानकर उनकी सेवा करने का कार्य कर रही है। राज्य सरकार की जनहितैषी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि कोई इनके लाभों से वंचित ना रहे।
मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हम सभी का लक्ष्य एवं संकल्प होना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर वर्ग को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल, जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, विधायक गंगा देवी, रफीक खान, आलोक बेनीवाल, अमीन कागजी, डॉ. राजकुमार शर्मा, जयपुर हैरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर, अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व विभाग अपर्णा अरोरा, प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा विभाग भास्कर ए. सावंत सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में लाभार्थी उपस्थित थे।