Rajasthan Muslim CM Barkatullah Khan: 'भजनलाल शर्मा' राजस्थान के 16वें और ब्राह्मण समुदाय से आने वाले पांचवे मुख्यमंत्री है। उनसे पहले ब्राह्मण समुदाय से 'हीरालाल शास्त्री', 'जयनारायण व्यास', 'टीकाराम पालीवाल' और 'हरिदेव जोशी' भी प्रदेश की सत्ता संभाल चुके है। राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर न सिर्फ ब्राह्मण बल्कि जैन, राजपूत, दलित, कायस्थ, माहेश्वरी और ओबीसी को जगह मिली है। लेकिन इनमें में से एक मुस्लिम सीएम भी रह चुका है।
प्यारे मियां बने थे मुस्लिम मुख्यमंत्री
राजस्थान के एकमात्र मुस्लिम मुख्यमंत्री थे 'बरकतुल्लाह खान।' उन्होंने 7 सितंबर 1971 को कार्यकाल शुरू किया और 10 नवंबर 1973 को खत्म किया। इस दौरान उनका कार्यकाल 2 साल 94 दिन का रहा। बरकतुल्लाह खान को प्यारे मियां के नाम से जाना जाता था। वह जोधपुर के कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखते थे। वह फिरोज गांधी के अच्छे मित्र हुआ करते थे। उन्हें इंदिरा गांधी के एक कॉल पर राजस्थान का मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया गया था।
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हिंदू लड़की से किया प्रेम-विवाह
'बरकतुल्लाह खान' की शादी ब्राह्मण परिवार में जन्मी हिंदू महिला 'ऊषा चतुर्वेदी' से हुई। प्यारे मियां उर्फ 'बरकतुल्लाह खान' राजस्थान के छठे मुख्यमंत्री बने। उस समय प्रदेश में 'मोहनलाल सुखाडियां' की सरकार के खिलाफ जन आक्रोश फैला हुआ था। यह वही समय था, जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी। इंदिरा ने ही प्यारे मियां को कॉल किया और कहा "तुम्हे राजस्थान का सीएम बनाया गया है। आकर शपथ लो। ये सुनते ही प्यारे मियां जवाब देते हैं- जी भाभी।
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53 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
मुख्यमंत्री के रूप में 'बरकतुल्लाह खान' की छवि सख्त प्रशासक की रही। उन्होंने आरक्षण और स्ट्राइक से जुड़े सख्त फैसले लिए। फिर आई 11 अक्टूबर 1973 की तारीख जब जयपुर में बरकत को हार्ट अटैक आया और उनका निधन हो गया। वो बस 53 साल के थे।