जयपुर। आज के समय में अक्सर Wi-Fi से जासूसी की खबरें आती रहती है। क्योंकि किसी भी वाई-फाई से मोबाइल फोन या फिर लैपटॉप कनेक्ट करने पर उसे नुकसान हो सकता है। ऐसा इसलिए Wi-Fi Router में चाइनीज समेत अन्य देशों के सॉफ्टवेयर का यूज किया जाता रहा है। परंतु अब भारत सरकार की तरफ से देसी ओएस BharOS का यूज किया जा रहा है। यह स्वदेसी मोबाइल फोन ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे राउटर टेक्नोलॉजी में भी यूज किया जा रहा है।
सिक्योरिटी और प्राइवेसी होती है मजबूत
कहा जा रहा कि स्वदेसी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम से यूजर प्राइवेसी और सिक्योरिटी को मजबूत किया जा सकेगा। आपको बता दें कि BharOS भारत सरकार द्वारा फंडेड प्रोजेक्ट है जिसको जिसे फ्री और ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम के तौर पर बनाय गया है। इसको सरकारी और पब्लिक सिस्टम में पेश करके विदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता को कम किया जा रहा है।
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Wi-Fi से नहीं होगी जासूसी
IIT मद्रास की ओर BharOS को बनाया जा रहा है जिसका यूज अलग-अलग तरह के कामकाज के लिए यूज किया जा सकेगा। जैसे की वाई-फाई के लिए अलग ओएस का सपोर्ट जाएगा। इससे वाई-फाई से जासूसी नहीं होगी।
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ईकोसिस्टम होगा मजबूत
वर्तमान समय में यदि कोई डिवाइस मैलवेयर अटैक का शिकार होती है तो उसका पता लगाना मुश्किल होता है। इस वजह से सिक्योर इंफ्रॉस्ट्रक्चर होना जरूरी है। इसलिए केंद्र सरकार की ओर से स्वदेसी BharOS का इस्तेमाल किया जा रहा है। BharOS स्मार्टफोन में विदेशी ओएस पर निर्भरता को कम करने और स्वदेशी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकारी और सार्वजनिक सिस्टम में इनबिल्ट किया जा रहा है।