Ekadashi ke Upay: इस बार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी 5 अप्रैल को आ रही है। इस एकादशी को पापमोचिनी एकादशी भी कहा जाता है और इस दिन व्रत रखते हुए मां लक्ष्मी सहित भगवान विष्णु की विशेष पूजा भी की जाती है। ज्योतिष के अनुसार एकादशी का व्रत व्यक्ति के समस्त पापों का नाश कर देता है और उसे सुख, सौभाग्य और संपत्ति देता है।
यह भी पढ़ें: Pradosh ke Upay: 6 अप्रैल को है शनि प्रदोष, इन उपायों को करते ही बनेगी बिगड़ी बात
कब है पापमोचिनी एकादशी
हिंदू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 4 अप्रैल 2024 (बुधवार) को सुबह दोपहर 4.14 बजे आरंभ होगी। इसका समापन अगले दिन 5 अप्रैल 2024 (गुरुवार) दोपहर 1.28 बजे होगा। हिंदू धर्म में उदय तिथि की मान्यता होने के कारण एकादशी पांच अप्रैल को ही मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य डॉक्टर उरुक्रम शर्मा के अनुसार इस दिन कुछ साधारण से उपाय करके आप अपने जीवन को स्वर्ग बना सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Jyotish Ke Upay: इस उपाय से दूर होगा बड़े से बड़ा रोग, आप भी आजमाएं
एकादशी पर करें ये उपाय
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें। उन्हें धूप, दीपक, सुंगध, पुष्प, माला, फल, नैवेद्य आदि अर्पित करें। पूरे दिन व्रत रखते हुए भगवान को फलाहार अर्पित करें एवं स्वयं भी ग्रहण करें। भगवान विष्णु के महामंत्र का यथासंभव अधिकाधिक जप करें। सौभाग्य प्राप्ति के लिए आप कुछ अन्य उपाय भी कर सकते हैं यथा
- एकादशी इस बार गुरुवार को होने के कारण इसका महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। केले की पूजा करनी चाहिए, केले के पौधे पर दूध और गंगाजल अर्पित करें। केले को ही भगवान विष्णु का रुप मानते हुए उसकी 108 परिक्रमा करें। यह उपाय व्यक्ति की समस्त गरीबी का नाश कर देता है।
- एकादशी पर यदि कोई रोगी, गरीब या भूखा मिल जाए तो उसकी सेवा अवश्य करनी चाहिए। अपनी सामर्थ्य और इच्छा के अनुसार उन्हें भोजन, वस्त्र आदि दान देने से भी गरीबी दूर होती है और अचानक आने वाले संकटों का नाश होता है।
- भगवान विष्णु को गाय अत्यन्त प्रिय है, अतः इस दिन गायों की सेवा करनी चाहिए। उन्हें हरा चारा या भोजन कराएं। कोई बीमार गाय दिखें तो उसके इलाज की व्यवस्था कराएं। यह उपाय बड़े से बड़े दुर्भाग्य को भी सौभाग्य में बदल देता है।