Aaj Ka Panchang 8 March 2024: कल शुक्रवार 8 मार्च 2024 को विक्रम संवत 2080, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी-चतुर्दशी तिथि रहेगी। त्रयोदशी अथवा प्रदोष रात्रि 9.57 बजे तक रहेगी, उसके बाद है, उसके बाद चतुर्दशी रहेगी। इस दिन महाशिवरात्रि भी है, इस दिन भगवान शिव की आराधना होगी। सुबह 6.43 बजे सूर्योदय होगा एवं सूर्यास्त का समय 6.32 बजे रहेगा। चंद्रोदय का समय 6.02 बजे रहेगा।
महाशिवरात्रि पर सुबह 10.41 बजे श्रवण नक्षत्र रहेगा, उसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा। रात्रि 9.20 बजे तक चन्द्रमा मकर राशि में, उसके बाद कुंभ राशि में रहेगा। शिव का वास रात्रि 9.57 बजे तक भोजन में एवं उसके बाद श्मशान में रहेगा। अग्नि का वास पूरे दिन पृथ्वी पर रहेगा। दिशा शूल पश्चिम दिशा में रहेगा।
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पूरे दिन रहेंगे ये शुभ चौघड़िया और मुहूर्त (Aaj Ka Panchang 7 March 2024)
सुबह 6.43 बजे से 10.41 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। रात्रि 10.43 बजे से 12.07 बजे तक अमृतकाल रहेगा। दोपहर 12.14 बजे से 1.01 बजे तक अभिजित मुहूर्त रहेगा। दोपहर 2.36 बजे से 3.22 बजे तक विजय मुहूर्त और सायं 6.29 बजे से 6.54 बजे तक गोधूली मुहूर्त रहेगा।
सुबह 8.12 बजे से 9.41 बजे तक लाभ का चौघड़िया रहेगा। दोपहर 12.38 बजे से 2.06 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। अर्द्धरात्रि बाद 12.37 बजे से सुबह 3.40 बजे तक क्रमशः शुभ एवं अमृत का चौघड़िया रहेगा। इसी दिन महाशिवरात्रि होने के कारण पूरा दिन ही शुभ कार्यों के लिए उत्तम रहेगा।
राहुकाल (Jaipur Aaj Ka Panchang, Rahukaal)
कल राहुकाल दोपहर 11.09 बजे से 12.38 बजे तक रहेगा। यमगंड योग दोपहर 3.35 बजे से सायं 5.03 बजे तक रहेगा। दूर्मुहूर्त योग सुबह 9.05 बजे से 9.52 बजे तक एवं दोपहर 1.01 बजे से 1.49 बजे तक रहेगा। रात्रि 9.57 बजे से अगले दिन सुबह 6.42 बजे तक भद्रा रहेगी। रात्रि 9.20 बजे पंचक आरंभ होगा। इन मुहूर्तों में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए।
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उपाय (Jyotish Ke Upay)
ज्योतिष में शुक्रवार को मां भगवती का दिन बताया गया है। इसी दिन महाशिवरात्रि भी होने के कारण भगवान शिव की भी आराधना का दिन है। ऐसे में 8 मार्च को शिव और शक्ति दोनों की ही आराधना के लिए बहुत अच्छा दिन है। इस दिन रुद्राभिषेक तथा महामृत्युंजय मंत्र के अनुष्ठान करने से समस्त प्रकर के दुखों से मुक्ति मिलती है। साथ ही शुक्रवार को मां भगवती के निमित्त व्रत एवं अनुष्ठान करने से मां की कृपा प्राप्त होती है।