Aaj ka Wazifa 15 April 2024: इस्लाम एक ऐसा मजहब है जो साइंस की बुनियाद पर पूरी तरह से खरा उतरता है। रमजान के बाद अब हम आपको रोजाना वजीफा बताएंगे। ताकि आप लोग हर दिन के हिसाब से दुआ और अमल करके ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सके। आज का वजीफा कड़ी इसलिए शुरु की गई है ताकि आम मुस्लिम की परेशानियां दूर की जा सके। हम जो भी दुआ वजीफा या अमल बताएंगे उसे आपको पूरी शिद्दत से और यकीन के साथ करना है। तभी अल्लाह की ज़ात से मदद मिलेगी। तो आज का वजीफा कड़ी में सोमवार यानी पीर के दिन 15 अप्रैल 2024 के दिन कौनसा वजीफा (Aaj ka Wazifa 15 April 2024) करना है यही हम बता रहे हैं। हमें भी अपनी दुआओं में शामिल रखें। इंशा अल्लाह वजीफे की वजह से अल्लाह तआला आपके तमाम गुनाहों को माफ फरमा देंगे। बेशक अल्लाह बहुत माफ करने वाला और रहम करने वाला है।
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फज्र की नमाज के बाद ये वजीफा आपको हर सोमवार यानी पीर के दिन (Aaj ka Wazifa 15 April 2024) करना है। इससे आपको रूहानी सुकून हासिल होगा। साथ ही बलाओं से आप महफूज रहेंगे। वजीफे की वजह से आपके गुनाह अल्लाह रब्बुल इज्जत माफ फरमा देंगे। ग़ैब से आपको हर वक्त मदद मिलती रहेगी। बस दिल में नीयत रखे कि अल्लाह हमें देख रहा है और वही हमारी पुकार सुनेगा।
1. वजीफे से पहले 3 बार दुरूद-ए-इब्राहिम पढ़ें।
2. 100 बार अल्लाह का नाम या ग़फुरुर रहीम (Ya Ghafoor ur Raheem) पढ़ना है।
3. वजीफे के बाद फिर से 3 बार दुरूद-ए-इब्राहिम पढ़ें
अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा सललेता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मदिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद।
हिंदी तर्जुमा (Durood Ibrahim In Hindi)
ऐ मेरे अल्लाह हजरत मुहम्मद और मुहम्मद के खानदान पर अपना फजल व करम फरमा, जैसे कि आपने इब्राहीम और इब्राहीम के खानदान पर अपना फजल व करम फ़रमाया बेशक आप काबिले तारीफ है, सबसे उम्दा है।
ऐ अल्लाह मुहम्मद और मुहम्मद के खानदान पर बरकत नाजिल फरमा जैसा कि आपने इब्राहीम और इब्राहीम के खानदान पर बरकत नाजिल किया। बेशक आप काबिले तारीफ है, सबसे उम्दा है।
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अल्लाह के 99 नामों को अस्मा उल हुस्ना कहा जाता है। उन्हीं में से दो नाम हैं अल ग़फूर और अल रहीम। ग़फूर का मतलब है हमेशा माफ करने वाला और रहीम का मतलब है हमेशा रहम करने वाला। यानी इसका अर्थ हुआ कि ऐ माफ और रहम करने वाले। बेशक अल्लाह बड़ा माफ करने वाला और दयालु है। अरबी शब्द अल को हिंदी में या से संबोधित करते हैं। वजीफा करते समय हमेशा दिल में यही नीयत रखे कि अल्लाह हमें देख और सुन रहा है। तभी वजीफा कारगर साबित होता है। अल्लाह की ज़ात पर मुकम्मल ऐतमाद ही हर अमल की बुनियादी जरूरत है।
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