Aaj ki Hadees 16 April 2024 : नबी-ए-क़रीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की कही गई बातों को ही हदीस कहा जाता है। इस्लाम में कुरान शरीफ के बाद हदीस को ही महत्व दिया जाता है। सरकारे मदीना ने जो कह दिया वह होकर रहता है ऐसा मुसलमानों का ईमान है। आखिरी रसूल हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बाद अब कोई नबी नहीं आयेगा। हम आपको मंगल के दिन आज की हदीस (Aaj ki Hadees 16 April 2024) बताने जा रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि हमारी ये नई कोशिश आपको पसंद आएगी। रब हमें इसकी जजा अता फरमाएँ।
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आज की हदीस, मंगल के दिन नबी का फरमान
(Aaj ki Hadees 16 April 2024)
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि
“पेशाब की छींटों से बचो कि आम तौर पर अज़ाबे क़ब्र का बाइस होता है
संदर्भ – सहीह बुखारी, जिल्द 1, सफह 34
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इस्लाम में खड़े होकर पेशाब करना सख्त मना है
(Islam me Khade Hokar Peshab Karna)
इस्लाम में बैठकर पेशाब करने का हुक्म है। खड़ो होकर मूत्र विसर्जन करने की सख्त मनाही है। अल्लाह के रसूल फरमाते हैं कि जिसने खड़े होकर पेशाब (Islam me Khade Hokar Peshab Karna) किया तो गोया उसने खुद पर कब्र के अजाब को वाजिब कर लिया। यानी खड़े होकर पेशाब करने से जो मूत्र के छींटे मोमिन के कपड़े और बदन पर लगते हैं तो उससे वह उस वक्त तो नापाक होता ही है, लेकिन मरने के बाद उसे कब्र में भी भंयकर अजाब से दो चार होना पड़ता है। अल्लाह हमें बैठकर पेशाब करने की तौफीक अता फरमाएँ। खासकर युवा मुस्लिमों के बीच में ये पोस्ट जमकर शेयर करें।
नोट (Disclaimer)
ये तमाम हदीस सहीह बुखारी (Sahih Bukhari Muslim Hadith) से संदर्भ के तौर पर हिंदी में अनुवादित की गई है। हमारा मकसद किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। लेकिन अगर फिर भी हमसे कोई कमी पेशी गलती होती है तो अल्लाह के वास्ते हमें माफ करें।