न्याय के देवता शनिदेव नाम सुनते ही उनके गुस्से से बचने और कृपा पाने की चाह उतपन्न हो जाती है। सनातन धर्म में भी शनिवार के दिन और खासकर सावन में शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व मानते हैं। इस दिन यदि कोई नियमानुसार पूजा करता है तो शनि उसकी सब इच्छाएं पूरी करते हैं। वहीं कोई शनिवार को उनके बनाए नियमों का पालन नहीं करता तो वो उसे मुसीबतों में डालने में भी देर नहीं लगाते।
विशेष कार्यों में सफलता पाने के लिए भी शनि की पूजा और व्रत का खास महत्व होता है। करियर और कारोबार में उन्नति और कामयाबी पाने के लिए शनिदेव की कृपा बहुत जरूरी होती है। इसलिए जो लोग शनिवार को श्रद्धा से शनिदेव की उपासना करते हैं भगवान उनकी हर इच्छा को पूरा करते हैं। जिनलोगों के जीवन में परेशानियां हों और धन की कमी से वे परेशान हों वे भी सावन के पहले शनिवार करे शनिदेव की पूजा कर अपने कष्ट दूर कर सकते हैं।
ये उपाय होंगे कारगर
- किसी की कुंडली में यदि अशुभ ग्रहों का प्रभाव है और कोई काम बन नहीं रहा तो उसके लिए शनिदेव की यह पूजा बहुत लाभकारी होती है। सावन में पहला शनिवार आने पर पवित्र होकर जल के लोटे में गंगाजल और काले तिल के साथ सफेद पुष्प, बेलपत्र डाल भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। इस समय महा मृत्युंजय मंत्र का जप भी जारी रखना चाहिए। यह उपाय करने से भगवान शिव और शनिदेव प्रसन्न होते हैं और बिगड़े काम बन जाते हैं।
- हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। उन्हें शनिवार को सिंदूर का चोला अर्पित कर धन की कमी दूर की जा सकती है।
- मान्यता है कि पीपल के पेड़ में सभी देवी देवताओं का वास होता है। शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा इसलिए ही खास लाभदायी मानी जाती है। इस दिन पीपल में धी का दीपक जलाकर सात बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव की दया भक्त पर पड़ती है।
- सावन मास में पैसों से जुड़ी परेशानी दूर करने के लिए शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर शनिदेव की आरती करनी चाहिए। ऐसा करने से धन का अभाव खत्म होता है और तरक्की का रास्ता खुलता है।