Rakshabandhan 2023 Muhurat: भाई-बहनों के पवित्र प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन पर इस वर्ष भद्रा का साया मंडरा रहा है। भद्रा के चलते इस वर्ष रात्रि 9.05 से अर्द्धरात्रि बाद 12.20 तक ही राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। ऐसे में सभी भाई-बहन बहुत ही बड़ी दुविधा में फंस चुके हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामदास के अनुसार यदि आप भद्रा दोष का निवारण करना चाहते हैं तो इसके लिए राखी अपने इष्टदेव को बांधें। जानिए किस देवता को कौनसी राखी बांधने से आपके कार्य सिद्ध होते हैं।
भगवान कृष्ण को बांधे राखी
जिन बहनों के भाई नहीं हैं अथवा जो किसी कारण से भाई के राखी नहीं बांध पा रही हैं, उन्हें रक्षाबंधन पर भगवान श्रीकृष्ण को राखी बांधनी चाहिए। इससे उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। साथ ही जन्मकुंडली में अशुभ प्रभाव दे रहे सभी दुष्ट ग्रहों का दोष भी शांत होगा।
गजानन गणपति को बांधे राखी
यदि आपके जीवन में कोई ऐसी समस्या आ गई है जिसका समाधान नहीं हो पा रहा है तो गणेशजी को राखी बांधनी चाहिए। इससे आपकी बड़ी से बड़ी कठिनाई भी पलक झपकते दूर होगी। सबसे बड़ी बात, इस उपाय को आप जब भी संकट में फंस जाए, तब कर सकते हैं। इसके लिए रक्षाबंधन का होना अनिवार्य नहीं है।
अपने ईष्टदेव को भी राखी बांधते हैं भक्त
बहुत से भक्त अपने इष्टदेव को भी राखी बांधते हैं। यह एक तरह से उनके समर्पण और पूरी तरह से देवता पर ही निर्भर होने का भी प्रतीक है। ऐसा करने से आपके घर के देवता प्रसन्न होते हैं और सभी संकटों से रक्षा कर उन्हें सफलता पाने की राह दिखाते हैं।