जयपुर। Train Derail Reason : भारत में कई बार ऐसी खबरें आती रहती हैं कि फलां ट्रेन पटरी से उतर गई जिसके चलते कई लोगों की मौतें हो गई तो कई घायल हो गए। हालांकि, ट्रेन के पटरी से उतरने के एक नहीं बल्कि कई कारण होते हैं जिनका पता घटना के बाद में ही चल पाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि ट्रेन के पटरी से उतरने के कौनसे प्रमुख कारण होते हैं।
भारत में दुनिया चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क
आपको बता दें कि अमेरिकी, चीन और रूस के बाद भारतीय रेल नेटवर्क दुनिया में चौथा सबसे बड़ा है। यहां पर रोज 20,000 से अधिक ट्रेनें पटरियों पर दौड़ती हैं। इनमें से 13000 पैसेंजर ट्रेनें हैं जिनमें 2 करोड़ से अधिक लोग यात्रा करते हैं। इतना बड़ा रेल नेटवर्क होने के बावजूद ट्रेनों के पटरी से उतरने की खबरें आती रहती हैं।
यह भी पढ़ें : यूपी के गोंडा में बड़ा ट्रेन हादसा, डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे, 4 की मौत
ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण
ट्रेन के पटरी से उतरने की प्रमुख वजह रेलवे ट्रैक पर मैकेनिकल फॉल्ट यानी रेलवे ट्रैक पर लगने वाले उपकरण का खराब होना है। इसके अलावा पटरियों का चटकना, डिब्बों को बांध कर रखने वाले उपकरण का ढीला होना व एक्सेल (ट्रेन की बोगी जिस पर रखी होती है) का टूटना है। इसके अलावा ट्रेन की पटरियों से पहिए के लगातार घिसने की वजह से भी ट्रेन पटरी से उतर जाती है। गर्मियों में पटरियों के स्ट्रक्चर में बदलाव हो जाने के कारण भी ट्रेन डिरेल हो जाती है। वहीं, तेज चलती ट्रेन को तीव्र मोड़ने अथवा ब्रेक लगा देने से भी वो पटरी से उतर जाती है।
टक्कर रोधी तकनीक हो सकती है मददगार
भारत में अभी ट्रेन हादसे रोकने के लिए कवच तकनीक है जो केवल टक्कर रोक सकती है, लेकिन ट्रेन का पटरी उतरने का समाधान नहीं कर सकती। कवच एक टक्कर रोधी तकनीक है। इसके लिए पटरियां, सिग्नल सिस्टम, पहियों और ट्रेन को उपकरणों को दुरुरस्त रखकर ही ट्रेन के पटरी से उतरने की घटनाएं रोकी जा सकती हैं।