जयपुर। Multi Colored Corn Farming : भारत में मक्का की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। विशेषकर यहां पीली व सफेद मक्का की ही खेती की जाती है जो खाने के काम में ली जाती है। हालांकि, एक ऐसी मक्का भी है जिसकी खेती करके आप मालामाल हो सकते हैं क्योंकि यह मक्का काफी महंगी बिकती है। यह रंगीन मक्का है जिसका उपयोग खाने व आभूषण बनाने से लेकर सजावट आदि कार्यों में भी किया जाता है। ऐसे में आप भी इस रंग बिरंगी मक्का की खेती करके अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। तो आइए जानते है कि रंगी मक्का की खेती कैसे करें…
मक्का की कई किस्में होती हैं जिनमें स्वीट कॉर्न, फ्लोर कॉर्न, पॉपकॉर्न, फील्ड कॉर्न और फ्लिंट कॉर्न प्रमुख है। रंगीन मक्का को ही फ्लिंट कॉर्न (Flint corn) कहा जाता है। इसकी खेती भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में प्रमुखता से की जाती है जिनमें मिज़ोरम मुख्य है। हालांकि, अब रंगीन मक्का की खेती कर्नाटक में भी आदिवासी समुदायों द्वारा की जाती है।
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सबसे पहले मिट्टी को 6 से 12 इंच गहरा करके मिट्टी तैयार करें। इसके बाद रंगी मक्का के बीजों को कम से कम 300 गज की दूरी पर उगाएं। प्रत्येक 4 इंच पर पंक्तियों में एक बीज लगाएं। इसके बाद उसकी निराई-गुड़ाई करें और खरपतवार हटाएं। इसके बाद थोड़ी सी खाद और पानी अच्छी तरह से दें। इसके बाद जब मक्का का भुट्टा भूरे रंग का हो जाए तो उसकी भूसी को पीछे की ओर छीलें और उसें छाया में सूखने दें। जब मक्का के भुट्टे अच्छी तरह से सूख जाएं तो उनसे दाने निकाल लें।
रंगीन मक्का खाना आंखों की रोशनी के लिए काफ़ी अच्छा होता है। यह नर्वस सिस्टम को बेहतर करके रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। यह गुर्दे को स्वस्थ रखता है। रंगीन मक्का एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इस मक्का में सबसे शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट सीजी3 होता है जो उम्र बढ़ने से रोकने का काम करता है। इसका उपयोग प्राकृतिक रंग बनाने के लिए भी किया जाता है जिसें खाने-पीने की चीजों में डाला जाता है। रंगीन मक्का का यूज इसकी खूबसूरती को देखते हुए घरों में आभूषण और सजावटी सामान के रूप में भी करते हैं।
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