Shabnam Parveen: इंसान अगर ठान ले तो कोई भी मंजिल उसके लिए मुश्किल नहीं होती। फिर चाहे वो उच्च शिक्षित हो या नहीं। ऐसी ही एक सफलता की कहानी है, जिसमें हुनर और मेहनत के आगे असफलता को हारना पड़ा। मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में एक महिला की कहानी सभी के लिए प्रेरणा बनी हुई है। मध्य प्रदेश की शबनम परवीन नाम की इस महिला ने अपने हुनर से करोड़ों का कारोबार खड़ा किया है। महज 50,000 के लोन के साथ मीनाकारी और ज्वेलरी का कारोबार शुरू किया गया। जिससे आज करोड़ों का कारोबार खड़ा हुआ। यह कारोबार उनका ही नहीं वहां रहने वाली अन्य महिलाओं का भी सहारा बना। इस हुनर के सहारे ही शबनम ने अपनी बेटी को डॉक्टर और बेटे को इंजीनियर भी बनाया।
बचपन से ही मीनाकारी ज्वेलरी का शौक रखने वाली शबनम परवीन घर पर यही काम किया करती थी। लेकिन पैसों की कमी के कारण इसे बिजनेस नहीं बना पा रही थी। तभी पता चला स्टार्टअप के लिए भी सरकार से लोन लिया जा सकता है। तब बैंक से मुझे 50000 का लोन लेकर स्टार्टअप शुरू हुआ। जिसमें गांव की ही कुछ महिलाओं को सम्मिलित किया।
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एग्जिबिशन ने दुबई तक छोड़ी छाप
शबनम परवीन के सामान को दुबई में भी पसंद किया गया है। स्टार्टअप में गांव की ही कई महिलाएं जुड़ी। जिससे काम और फैलता गया। घर के कामों के साथ कार्य करने से उनका व्यवसाय भी बढ़ा। सभी महिलाएं प्रॉफिट को सभी में बराबर बांटती हैं। शबनम परवीन का पूरा नाम शबनम परवीन केकाम है। शबनम अपना एग्जीबिशन सरकारी मदद से दुबई में भी लगा चुकी हैं। मीनाकारी का सामान और ज्वेलरी ऑनलाइन पूरे भारत में बिकती है।
बच्चों की बदली जिंदगी
शबनम परवीन के काम और मेहनत ने उन्हें सफलता दिलवाई। जिससे वे अपने परिवार को चलाने में मदद कर पा रही हैं। फिलहाल एक महीने का टर्नओवर ही 20 से 30 लाख का है। उनके इसी कारोबार से उन्होंने एक बेटे को एमबीए, दूसरे को इंजीनियर और बेटी को डाक्टर भी बनाया है।