दिग्गज भारतीय कंपनी Tata ने एक नया इतिहास रचते हुए देश का पहले प्राइवेट मिलिट्री ग्रेड जियोस्पेटियल सैटेलाइट लॉन्च किया है। यह एक स्पाई सैटेलाइट है जो भारत के पड़ौसी देशों की हरकतों पर नजर रखेगा। इसले पृथ्वी की ऑर्बिट में स्थापित किया गया है जहां यह सही तरह से काम कर रहा है।
क्यों खास है टाटा का यह सैटेलाइट
भारत सरकार ने भी अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में निजी कंपनियों के लिए द्वार खोल दिए हैं। टाटा का यह सैटेलाइट इसी दिशा में एक पहल है। यह पूरी तरह से टाटा संस के स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Tata Advanced Systems Limited (TASL) द्वारा बनाया गया है। इस सैटेलाइट को 7 अप्रैल को एलन मस्क के स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था।
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यह उपग्रह एक मीटर प्रति पिक्सेल से कम के हाई रिजोल्यूशन के साथ मिलिट्री ग्रेड इमेजरी की सुविधा उपलब्ध कराएगा। सैटेलाइट से मिली जानकारी को भारत के एक सेंटर में डाउनलोड और प्रोसेस किया जाएगा। इस सेंटर को TASL द्वारा ही डिजाईन किया गया है। इसे सफततापूर्वक पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया गया है। उपग्रह के बारे में अधिक जानकारी आने वाले समय में जारी होगी।
ISRO भी बना चुका है स्पाई सैटेलाइट
भारत की स्पेस रिसर्च एकेडमी (ISRO) ने देश के लिए पहले भी कई मिलिट्री ग्रेड स्पाई सैटेलाइट बनाए हैं। प्राइवेट सेक्टर में यह इस तरह की पहली पहल है। टीएएसएल के सीईओ और एमडी सुकरन सिंह ने बताया कि कंपनी भविष्य में इस सैटेलाइट्स का एक ग्रुप स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है।