जयपुर। भारत की टाटा कंपनी का कमाल अब जापान टेक्नोलॉजी की दुनिया में बेहद विकसित जापान जैसा देश भी देखेगा. गौरतलब है कि, भारतीय रेलवे की तरफ से समय-समय पर ट्रेनों और उसके निर्माण को लेकर बड़ा फैसला लिया जाता रहा है. इस समय देश में वंदे भारत एक्सप्रेस को तेजी से बढ़ाया जा रहा है. अगले एक साल में देश की सबसे तेज और सुविधाओं से संपन्न वंदे भारत भारत एक्सप्रेस की 22 ट्रेनों का निर्माण टाटा स्टील करेगा. भारतीय रेलवे की ओर से इसे लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है. अगले दो साल में रेलवे ने 200 नई वन्दे भारत ट्रेन तैयार करने का लक्ष्य रखा है.
टाटा स्टील और रेलवे का करार
खबर हैं कि इंडियन रेलवे 2024 की पहली तिमाही तक वंदे भारत ट्रेन के पहले स्लीपर संस्करण को शुरू करने का लक्ष्य बना रहा है. ऐसे में ट्रेन के निर्माण कार्य को गति देने के लिए भारतीय रेलवे और टाटा स्टील के बीच कई योजनाओं पर करार हुआ है. वंदे भारत एक्सप्रेस में फर्स्ट क्लस एसी से लेकर थ्री टीयर कोच में लगने वाली सीटें अब टाटा स्टील कंपनी की ओर से तैयार किया जाएगा.
टाटा स्टील को मिला LHB कोच बनाने का ठेका
रेलवे की ओर से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के एलएचबी कोच बनाने का ठेका भी टाटा स्टील को ही दिया गया है. इसके तहत पैनल, विंडो और रेलवे के स्ट्रक्च र तैयार किए जा रहे हैं. योजना के तहत करीब 145 करोड़ रुपए का टेंडर फिलहाल भारतीय रेलवे ने वंदे भारत के रैकों के पार्ट्स के निर्माण के लिए टाटा स्टील को दिया है. यह काम 12 महीने में पूरा किया जाना है. इस कंपनी को वंदे भारत एक्सप्रेस की 22 ट्रेनों के लिए सीटें मुहैया कराने का भी ऑडर मिला है.
इतने करोड़ का मिला ऑर्डर
टाटा स्टील के कंपोजिट डिवीजन ने वंदे भारत एक्सप्रेस की सीटिंग सिस्टम के लिए 145 करोड़ रुपये का बल्क ऑर्डर प्राप्त करने के बाद इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया, जिसमें प्रत्येक ट्रेन सेट में 16 कोचों के साथ 22 ट्रेन सेटों के लिए पूर्ण सीटिंग सिस्टम की आपूर्ति शामिल है.
नई सीटें की गई डिजाइन
इस संबंध में टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट देबाशीष भट्टाचार्य ने कहा, इस ट्रेन की सीटें विशेष रूप से डिजाइन की गई हैं, जो 180 डिग्री तक घूम सकती हैं और इनमें विमान जैसी यात्री सुविधाएं हैं. यह 'भारत में पहली' तरह की यात्री सुविधाएं हैं, जिसे अगले 12 महीनों में निष्पादित कर दिया जाएगा.
बढ़ेगी टाटा स्टील की हिस्सेदारी
टाटा स्टील लगातार रेलवे में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने में लगा है. रेलवे से समन्वय के लिए अधिकारियों की भी पोस्टिंग की गयी है. टाटा स्टील को मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर में भी काम मिला है. टाटा स्टील ने रेलवे से कारोबारी समन्वय बनाने के लिए टाटा मोटर्स के डिप्टी जीएम अराधना लाहिरी को टाटा स्टील में न्यू मैटेरियल बिजनेस के रूप में प्रतिनियुक्त किया है. वे रेलवे बिजनेस प्रोजेक्ट के एग्जीक्यूशन का काम देखेंगे.