जयपुर। UPSC यानि संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा भारत समेत दुनिया सबसे कठिन परीक्षाओं में एक है। इस परीक्षा को पास करने के लिए अभ्यर्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ स्मार्ट स्ट्रैटेजी की भी जरूरत होती है। इसी वजह से यह परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी दूसरों के लिए मिशाल बन जाते हैं। ऐसी ही कहानी IRS devyani singh की है जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर यह परीक्षा पास करके एक अलग पहचान बनाई है।
हफ्ते में सिर्फ 2 दिन की पढ़ाई
देवयानी सिंह मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली हैं और उन्होंने शुरुआती पढ़ाई चंड़ीगढ़ के एक स्कूल से की। 12वीं करने बाद उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी के गोवा कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन ले लिया। उन्होंने यहां से अपना ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वो यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। हालांकि, वह सिर्फ हफ्ते में शनिवार और रविवार को ही सिविल सर्विसेज की परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं।
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इतने प्रयास में मिली सफलता
देवयानी का यूपीएससी की सिविल सर्विसेज की परीक्षा में तीन बार में चयन नहीं हुआ था। वो दो अटेम्प्ट में तो प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाईं थीं। हालांकि, तीसरे अटेम्प्ट यानि कि 2017 में उनका चयन इंटरव्यू के लिए हो गया। हालांकि, वो क्लियर नहीं कर पाईं। लेकिन, चौथे अटेम्प्ट में उनका चयन हो गया और 2018 में उन्होंने 222वीं रैंक लाकर परीक्षा पास कर ली। जिसके बाद उनकी नियुक्ति सेंट्रल ऑडिट विभाग में हुई।
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चयन के बाद भी तैयारी
देवयानी का 2018 में चयन के बाद भी वो तैयारी करती रहीं। नौकरी के चलते उन्हें ज्यादा पढ़ाई के लिए समय नहीं मिल पा रहा था। यही वजह थी कि वह शनिवार और रविवार को सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए तैयारी करती थीं। इसी का नतीजा था कि उनका चयन 2019 में भी हो गया और उन्हें 11वीं रैंक मिली। इस वक्त देवयानी आईआरएस के पद पर तैनात हैं।