European countries job: यूरोप में वो कौनसी ऐसी कंट्री हैं जहां भारतीय आसानी से जॉब कर सकते हैं। इसके लिए वहां की सरकार की ओर से जॉब सीकर वीजा का प्लान भी निकाला है। जहां 4, 6, 8 महीने का टाइम आपकों जॉब सर्च करने के लिए मिलेगा। तो जानते हैं उन कंट्रीज के बारे में जहां भारत के युवा जाकर अपना भविष्य बना सकते हैं।
टॉप 5 कंट्रीज
1.जर्मनी
जर्मनी में इन्फ्रास्टक्चर अच्छा होने से वहां सैटल होने में कोई परेशानी नहीं होती।
साथ में यहां का पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी काफी अच्छा है जिससे यहां रहना आसान हो जाता है। चार से पांच साल का एक्सपीरियेंस यहां जॉब करने से पहले अगर किसी के पास है तो जॉब मिलना आसान हो जाता है। साथ में यहां जॉब सीकर वीजा के लिए अप्लाई करने से पहले आपके अकाउंट में पांच से छ लाख होने चाहिए। जिससे यहां सर्वाइव किया जा सके। जर्मनी में 3 से 5 साल का वीजा भी आसानी से मिल जाता है।
जॉब की शुरुआत में ही 50 से 60 हजार यूरो से सैलेरी यहां आसानी से मिल जाती है
अंग्रेजी से जुड़ी जॉब की भी काफी डिमांड है। बाहर से आने वाले युवाओं के लिए मेक इट जर्मनी वेबसाइट भी अच्छा तरीका है।
2. ऑस्ट्रिया
यूरोप में जर्मनी के पास ही है आॅस्ट्रीया। ये यहां की बेस्ट कंट्री में से मानी जाती है। यहां रहने वालों को सरकार की ओर से पब्लिक ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्टचर बहुत अच्छा दिया जाता है। चाइल्ड केयर के मामले में भी ये कंट्री अच्छी रेंकिंग रखती है। फ्रैक्ट्री सैटअप अच्छा होने से जॉब की कंडीशन अच्छी हो जाती हैं। अप्लाई करने के बाद प्वाइंट बेस सलेक्शन होता है जो टेस्ट में 70 प्वाइंट आने पर यहां जॉब मिलना आसान हो जाता है। इस कंट्री में 40 से 50 यूरो शुरुआत में आसानी से मिल जाते हैं।
3. पुर्तगाल
भारत जैसा मौसम होने के कारण यहां भारतीयों की संख्या अच्छी मिलती है। पिछले कुछ सालों में यहां भारत से जॉब सीकर वीजा के लिए अप्लाई करने वालों की संख्या बढ़ गई है। खास 3 प्रोफेशन सलेक्ट कर सकते हैं। वहीं बैचलर्स और 12 पास भी जॉब के लिए 120 से 180 दिन का जॉब सीकर वीजा अप्लाई कर सकते हैं। 40 से 50 हजार यूरो यहां सैलेरी के तौर पर आसानी से मिल सकते हैं।
4. डेनमार्क
ये कंट्री थोड़ी महंगी है। यहां 30 घंटे वर्क कल्चर होने के कारण लोगों को वर्क प्रेशर नहीं होता। सरकार की ओर से टैक्स हाई रखे गए हैं। जिससे बाहर से यहां जॉब करने वालों को शुरुआत में थोड़ी परेशानी जरूर आती है। फिर भी 70 हजार यूरो डेनमार्क में एवरेज सैलेरी मिल जाती है।
5. स्वीडन
भारत से जाने वालों के लिए मौसम के साथ एडजेस्ट करना थोड़ा मुश्किल होता है। यहां ठंड ज्यादा होने से रहने में कुछ परेशानी होती है। 3 महीने का जॉब सीकर वीजा एडवांस क्वालिफिकेशन होने पर मिलता है। क्वालिटी लाइफ के मामले में ये कंट्री मानी जाती है। 50 से 60 हजार यूरो सैलेरी शुरुआत में यहां मिलती है।
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