Rajasthan Exams Hybrid System: राजस्थान में पेपरलीक और फर्जीवाड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया है कि सरकार भी ऐसी गैंग से परेशान हो गई है। पिछले कुछ सालों में दो दर्जन से ज्यादा सरकारी भर्ती के पेपर लीक हुए है और इसके कारण युवाओं में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बात से परेशान होकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने नए सिस्टम को लागू करने का फैसला किया है। इस नए नियम में हाइब्रिड मोड पर परीक्षा का आयोजन करवाया जाएगा।
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ऑनलाइन और ऑफलाइन
नए सिस्टम में आधा पार्ट ऑनलाइन रहेगा तो आधा पार्ट ऑफलाइन होगा। इसके माध्यम से भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक और फर्जीवाड़ा रोकने में आसानी रहेगी। नए सिस्टम में अभ्यर्थियों को पेपर तो ऑनलाइन दिया जाए, लेकिन अभ्यर्थी को जवाब ऑफलाइन ही देना होगा। बोर्ड इस हाइब्रिड सिस्टम को ऐसी भर्ती में लागू करने जा रहा है जिसमें अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा नहीं हो।
हैक नहीं होगा
विद्यार्थियों को सर्वर के जरिए पेपर उपलब्ध कराया जाएगा और इससे पेपर भेजने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। पेपर लीक की संभावना कम हो जाएगी। रिमोट एक्सेस से कई बार कोई इसको हैक कर लेता है और वह आंसर देता है। लेकिन इसमें सवालों के जवाब ओएमआर शीट पर ऑफलाइन ही भरना होगा। इसके कारण हैक करने का भी कोई फायदा नहीं मिलेगा।
जल्द लागू हो सकता है नया सिस्टम
चयन बोर्ड की परीक्षाओं में लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं। लेकिन सीईटी के जरिए होने वाली भर्ती में यह संख्या बहुत कम रह जाती है। ऐसी भर्ती में यह सिस्टम लागू करने की संभावना है। इस तरह की भर्तियों में हाइब्रिड सिस्टम लागू किया जाएगा।
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हाइब्रिड सिस्टम की प्रकिया
दोनों सिस्टम को अपनाकर हाइब्रिड सिस्टम लागू किया जाए। ऑनलाइन एग्जाम की तरह ऑनलाइन पेपर मिलेगा, लेकिन पहले की तरह ऑफलाइन ओएमआर शीट भरना होगा।