क्या आपको भी नकारात्मक विचार सताते हैं? दिन भर आप नेगेटिव विचारों से ही घिरे रहते हैं? अक्सर वे लोग दुखी रहते हैं। जो हमेशा नेगेटिव थिंकिंग रखते हैं। इनकी मेंटल हेल्थ पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ऐसे में क्या हो समाधान?
दर्द का हद से गुजर जाना दवा बन जाता है। उसी प्रकार आप भी अपने नकारात्मक विचारों को दवा के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। हां, हम बात कर रहे हैं। नकारात्मकता को सकारात्मकता में किस प्रकार बदला जा सकता है? इसके लिए जरूरी है कि आप अपने नकारात्मक विचारों को चुनौती के रूप में स्वीकार करें। कुछ ऐसे नकारात्मक विचार जो आपके भावी भविष्य की उड़ान तय कर सकते हैं।
केस स्टडी
एक महिला को हमेशा अपने पति से ताने सुनने पड़ते थे। उसे बार-बार बहुत से मौकों पर नीचा दिखाया जाता था। हर बार यही कहा जाता। तुम्हें पता है पैसा कैसे कमाते हैं? जब तुम पैसा कमाओगी। तब तुम्हें पता चलेगा पैसे की क्या वैल्यू है? जीवन का लंबा पड़ाव बीतने के बाद जब उसे यह एहसास हुआ, कि हां वह भी कमा सकती है। तब उसने अपना व्यवसाय शुरू किया और वह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ गई।
ऐसे ही अगर बच्चे इन तानों को सकारात्मक रूप में लें, तो उनकी नकारात्मक भावना भी उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। सच तो यह है कि पूरा खेल अपनी भावनाओं का है,। हम अपने इमोशन के साथ कैसा व्यवहार करते हैं? बहुत सी रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि फिलिंग्स, भावनाएं और मानव व्यवहार का बहुत घनिष्ठ संबंध होता है।
कुछ लोगों का मानना है कि भावनाएं होना ही गलत है। लेकिन ऐसा नहीं है। सभी भावनाएं नकारात्मक नहीं होती। भावनाओं को टालने या दबाने से फिर सिर उठा लेती हैं। इसलिए उनका सकारात्मक समाधान जितना जल्दी हो कर देना चाहिए।
कुछ लोग स्वभाव में ही उदास, गुस्सैल और डरे हुए लगते हैं।दूसरे लोगों की तुलना में इनमें अवसाद और घबराहट अधिक होती है। इनके पीछे बहुत से घटक हो सकते हैं परिवार, परिवेश, परिस्थितियां लेकिन अगर यह जन्म से है। तब तो कोई परेशानी नहीं। लेकिन अगर इसे समाज ने आपको उपहार में दिया है, तो इसका समाधान भी आपको ही खोजना चाहिए। अवसाद और आपदा को अवसर में बदले। फिर देखिए नकारात्मक अभिव्यक्ति भी आपको शिखर पर पहुंचा देगी। बस जरूरत है उसका सामना करने की।