ओम राउत की प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म पर विवादों की झड़ी सी लग गई है। बड़े बजट की फिल्म जब सिनेमा हाॅलों में उतरी तो दर्शकों की उम्मीदें चकनाचूर हो गई। सीता राम की जैसी छवीं लोगों के मन में बसी हुई है, उसे फिल्म बिल्कुल भी पूरा नहीं कर पाई। वहीं इसमें बोले गए डायलाॅग्स ने तो जले पर नमक का काम किया है। हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले इन डायलाॅग्स ने भगवान हनुमान हो या मां सीता और राम किसी को भी अछूता नहीं छोड़ा।
अयोध्या में संत कर रहे विरोध
आदिपुरुष में रामायण के पात्रों को गलत तरह से प्रस्तुत किए जाने पर हर तरफ विरोध किया जा रहा है। राम लला की जन्मभूमि अयोध्या में तो फिल्म को देख संतों में गुस्सा बढ़ रहा है। जानकारी के अनुसार यहां राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी सत्येंद्र दास ने कहा है कि पहले ही फिल्म के पात्रों को सही तरह से प्रस्तुत न किए जाने पर विरोध किया गया था। इसके बाद भी फिल्म में न भाषा का सही प्रयोग हुआ और न ही पात्रों की सही प्रस्तुति। जिसे देख कर संतों की ओर से फिल्म को बैन करने की मांग रखी जा रही है।
हनुमान गढ़ी में हनुमान को बचाने की मांग
फिल्म में हनुमान के कई ऐसे डायलाॅग दिखाए गए हैं, जिन्हें सुनकर लोग काफी नाराज हैं। यही नहीं हनुमान जी को बिना डाढ़ी और मूछ के भी दिखाया जा रहा है। हनुमान गढ़ी के पुजारी राजू दास ने भी फिल्म में हिंदू धर्म को बर्बाद करने की बात कहकर इसपर प्रतिबंध की मांग की है। जिसका अयोध्या के संतों की ओर से समर्थन किया जा रहा है।