जयपुर। Lightning Safety Tips : राजस्थान समेत भारत के सभी राज्यों में मानसून पहुंच चुका है और भारी बारिश होना शुरू हो चुकी है। बारिश के दिनों में आकाशीय बिजली गिरना घटना है जो कहीं भी घटित हो जाती है। बारिश होते के समय मोबाइल फोन पर बात करना तो अपनी मौत खुद बुलाने जैसा काम है। आकाशीय बिजली की चपेट में सबसे ज्यादा खेतों में काम करने वाले, पेड़ों के नीचे छुपने वाले, खुले में घूमने वाले या तालाब में नहाने वाले लोग आते हैं। इस वजह से राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा भारतीय नागरिकों को सतर्क और सावधान रहने के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिनका पालन करके आकाशीय बिजली की घटनाओं से बच सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि अब तो कई ऐसे मोबाइल फोन एप आ चुके हैं आकाशीय बिजली की घटना से बचा (Lightning Alert) लेते हैं। ऐसे में आइए जानते आकाशीय बिजली से बचाव कैसे कर सकते हैं…
आकाशीय बिजली क्यों गिरती है?
आसमान में बनने वाले बादलों में पानी के छोटे-छोटे कण होते हैं। जब हवा और इन कणों के बीच फ्रेक्शन होता है तब ये इलेक्ट्रिकल चार्ज हो जाते हैं। इनमें से कुछ बादलों पर पॉजिटिव चार्ज होते हैं और कुछ निगेटिव। जब निगेटिव और पॉजिटिव दोनों बादल एक दूसरे से टकराते हैं तो बिजली उत्पन्न होती है। हालांकि, आमतौर पर यह बिजली बादलों में ही टकराती रहती है लेकिन कई बार यह इतनी तीव्र होती है धरती तक पहुंच जाती है।
कितनी खतरनाक होती है आकाशीय बिजली की घटनाएं
भारत में आकाशीय बिजली गिरने की वजह से हर साल हजारों मौतें होती हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में आकाशीय बिजली गिरने से प्रत्येक वर्ष लगभग 2500 से ज्यादा लोगों की मौत होती हैं। हमारे देश में आकाशीय बिजली गिरने की लगभग 96 फीसदी घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में होती हैं। NCRB यानि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की दिसंबर 2023 की रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में देश में प्राकृतिक कारणों से होने वाली आकस्मिक मौतों में 35.8 फीसदी घटनाएं आकाशीय बिजली गिरने के कारण हुई है।
आकाशीय बिजली से बचाने वाले मोबाइल एप
मार्केट में अब एक से बढ़कर एक टेक्नोलॉजी आ चुकी है जिसके दम पर प्राकृतिक घटनाओं से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। इसी तरह अब ऐसे मोबाइल फोन एप भी आ चुके हैं जो मौसम का पूर्वानुमान दे देते हैं। ये एप्स गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं जिन्हें डाउनलोड करके आप मौसम का पूर्वानुमान लगा सकते हैं और बारिश के समय अपने आपको सुरक्षित रख सकते हैं। ये एप इस प्रकार हैं:—
मेघदूत एप (Meghdoot App)
किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत मेघदूत एप लॉन्च किया है। इस एप के जरिए मौसम का पूर्वानुमान जैसे तापमान, बारिश की स्थिति, हवा की स्पीड या दिशा की सटीक जानकारी मिलती है। साथ ही किसानों को फसलों की सिंचाई कब करनी है फसलों में कब दवाई डालनी है आदि जानकारियां भी प्राप्त हो जाती हैं।
दामिनी एप (Damini App)
इस मोबाइल एप की सहायता से 20 से 31 किलोमीटर के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने का पूर्वानुमान मिल जाता है। इस मोबाइइल एप से संबंधित जगह के 20 किमी के दायरे में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी 30 से 40 मिनट पूर्व ऑडियो और मैसेज के जरिए मिल जाती है। इससे काफी हद तक जनहानि और पशुहानि को रोका जा सकता है। यह एप आप यहां क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
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