जयपुर। साइबर ठग अब राम मंदिर (Ram Mandir) को अपना निशाना बना रहे हैं और QR Code Scan स्कैम के जरिए रामभक्तों की जेबें खाली कर रहे हैं। दरअसल, 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हो चुका है और इस इस कार्यक्रम में PM नरेंद्र मोदी, सचित तेंदुलर, अमिताभ बच्चन समेत देश की तमाम बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया है। देश भर में इस दिन को एक बड़े त्योहार की तरह मनाया गया। लेकिन इस दौरान भी साइबर ठगों ने राम मंदिर को भी नहीं छोड़ा और रामभक्तों की जमकर जेबें व बैंक अकाउंट खाली किए। इतना ही नहीं बल्कि अभी भी स्कैमर्स रामभक्तों को ठगने के लिए साइबर ठगी का सहारा ले रहे हैं।
रामभक्तों को ठगने के लिए चल रहे ऑनलाइन स्कैम
रामभक्तों को राम मंदिर दर्शन टिकट (Ram Mandir Darshan Ticket), राम मंदिर फ्री प्रसाद (Ram Mandir Free Prasad), राम मंदिर यात्रा ट्रेन टिकट (Ram Mandir Yatra Train Ticket), राम मंदिर यात्रा बस टिकट (Ram Mandir Yatra Bus Ticket), राम मंदिर अयोध्या फ्री होटल (Ram Mandir Ayodhya Free Rukne Ki Jagah) आदि कार्यों के नाम पर ठगा जा रहा है। रामभक्तों से यह ठगी ऑनलाइन की जा रही है जिसमें वो भावनाओं में आकर फंस जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ठगी राम मंदिर के नाम कैसे स्कैम्स कर रहे हैं।
राम मंदिर VIP इन्वाइड स्कैम
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय कई यूजर्स ने शिकायतें की थी कि उन्हें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के VIP एक्सेस का मैसेज आ रहे हैं। इन मैसेजेज में उनको APK फाइल भेजी जा रही थी। लेकिन, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स इस तरह की फाइल्स को लेकर लोगों को सावधान भी किया था। क्योंकि ऐसी फाइल्स को डाउनलोड करने की वजह से आपका फोन हैक हो सकता है। हालांकि, अभी राम मंदिर वीआईपी दर्शन को लेकर फ्रॉड किए जा रहे हैं। ऐसे में इस तरह के मैसेज पर क्लिक नहीं करें।
राम मंदिर दान QR कोड स्कैम
आपको बता दें कि राम मंदिर दर्शन के लिए यूजर्स को QR कोड मिल रहे हैं। इन QR Codes को राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर भेजा जा रहा है। रामभक्तों से इस QR Code को स्कैन करके मंदिर के नाम पर दान करने के लिए कहा जा रहा है। हालांकि, अथॉरिटीज ने साफतौर पर मना किया है कि उन्होंने इस तरह की कोई डोनेशन योजना शुरू नहीं की है यह स्कैमर्स की एक चाल है जिसमें रामभक्त नहीं फंसे।
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राम मंदिर फ्री प्रसाद स्कैम
राम मंदिर फ्री प्रसाद स्कैम (Ram Mandir Free Prasad Scam) को जाने-अनजाने कई कंटेंट क्रिएटर्स भी प्रमोट कर रहे हैं। कई रील्स में देखने में आया है कि लोग फ्री प्रसाद के लिए एक वेबसाइट बता रहे हैं। खादी ऑर्गेनिक नाम ही एक वेबसाइट यूजर्स को फ्री प्रसाद डिलीवर करने का दावा किया गया था। जिसमें राम मंदिर फ्री प्रसाद डिलीवरी के लिए वेबसाइट 51 रुपये का चार्ज लिया जा रहा था जो कि एक झूठी खबर थी।
राम मंदिर के नाम पर ऑनलाइन डिलीवरी एग्रीगेटर स्कैम
ये स्कैम ऑनलाइन एग्रीगेटर को शिकार बनाने के लिए किया जा रहा है। राम मंदिर जन्मभूमि ट्रास्ट के नाम पर कई सारे प्रोडक्ट्स बेचे जा रहे हैं। लेकिन, ऐसे किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसकी जांच जरूर कर लें। क्योंकि इन सबके द्वारा प्रसाद डिलीवर करने की बात की जा रही है। ऐसे में आप ऐसे किसी स्कैम के चक्कर में ना फंसे।
राम मंदिर यात्रा ट्रेन टिकट स्कैम
इतना ही नहीं बल्कि अब तो लोगों से राम मंदिर यात्रा ट्रेन टिकट के नाम धोखाधड़ी करते हुए पैसों की ठगी जा रही है। साइबर ठग राम मंदिर यात्रा ट्रेन टिक कंफर्म करने के नाम पर यात्रियों से ठगी कर रहे हैं जो की सही नहीं। इसको लेकर राम मंदिर ट्रस्ट अथॉरिटीज भी ऐसे स्कैम्स के प्रति सचेत कर रही है। ऐसे में राम मंदिर से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए आपको आधिकारिक सूत्रों पर ही भरोसा करना चाहिए ताकि किसी भी तरह की ठगी से बचा जा सके।
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QR कोड क्या होता है?
QR कोड को डिजाइन स्क्वायर के आकार का होता है जिसमें URL, कंटेंट डिटेल्स, बैंक डिटेल या अन्य प्रकार का डेटा स्टोर होता है। QR कोड के किनारे पर 3 छोटे-छोटे स्क्वायर साइन होते हैं जिनको पोजिशन मार्क कहा जाता है। QR कोड के बीच में डेटा जोन होता है जिसमें बैंक की जानकारी होती है। QR कोड को कैमरा और ऐप के जरिए डिडेक्ट किया जाता है। क्यूआर कोर्ड में ही UPC यानि Universal Product Code बार कोड से ज्यादा जानकारी स्टोर की जाती है।
QR कोड स्कैम कैसे होता है?
QR कोड स्कैम करने वाले साइबर ठग कुछ फर्जी वेबसाइट्स या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए आपको राम मंदिर से जुड़ी किसी भी सेवा से चीज के लिए QR कोड भेजते हैं। जब आप उसें करते हैं तो कोई लिंक ब्राउजर पर ओपन होता है। इसके बाद तुरंत आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई बार फेक QR कोड को रियल QR कोड में इनबिल्ट किया जाता है। जब आप इस तरह के QR कोड को स्कैन करते हैं तो उसे किसी दूसरी वेबसाइट पर ट्रांसफर कर दिया जाता है। इसके बाद आपकी जानकारी को आसानी से हैक हो सकती है। यही QR कोड स्कैम का कारण बनता है। ठग यूजर द्वारा प्रोडक्ट डालने पर कॉल करते हैं और खरीदने की इच्छा जताकर एडवांस पेमेंट का झांसा देकर QR कोड भेजते हैं। ऐसे में अधिकतक लोग बिना सोचे-समझे QR कोड ओपन कर लेते हैं और इस तरह उनके पैसे, पर्सनल इंफॉर्मेशन ठगों तक चली जाती है।
QR कोड से पेमेंट करते समय ये सावधानियां रखें
आपको किसी भी अपरिचित QR कोड को स्कैन करने से बचना चाहिए। यदि QR कोड स्कैन करते समय अगर अपने आप कोई वेबसाइट ओपन हो रही है तो उसे तुरंत कैंसिल कर दें। किसी भी वेबसाइट से QR कोड स्कैनर ऐप डाउनलोड नहीं करें क्योंकि ऐसा करने पर आपके मोबाइल फोन में वायरस डाउनलोड हो सकते हैं। अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन पर हमेशा लॉक लगाकर रखें। साथ ही UPI PIN किसी वेबसाइट या किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करें। अपने बैंक अकाउंट को सिक्योर करने के लिए स्ट्रॉंग पासवर्ड यूज करें। अगर आप अपने फोन, बैंक अकाउंट या किसी पर्सनल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कोई भी अवांछित गतिविधि देखते हैं तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और अपना पासवर्ड रीसेट करें। किसी भी रेस्टोरेंट अथवा सार्वजनिक स्थान पर लगे QR कोड को स्कैन करते समय यह जांच लें कि उसके साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई। अथवा मूल कोड के ऊपर कोई स्टिकर तो नहीं लगा हुआ है।
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QR कोड स्कैम का शिकार होने पर ये करें
यदि आप भी QR कोड स्कैम का शिकार हुए हैं तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और अपना अकाउंट अस्थायी रूप से बंद करा दें। ऐसा समय रहते बैंक आउंट बंद नहीं किया तो साइबर ठग खाते से और भी पैसे निकाल सकते हैं। यदि किसी वेबसाइट की तरफ से QR कोड आया है जहां आपने अपनी पर्सनल जानकारी और पासवर्ड एंटर किया है तो तुरंत अपना पासवर्ड बदल दें। किसी भी वेबसाइट द्वारा भेजा गया QR कोड फ्रॉड हो सकता है। यदि आपके सभी बैंक अकाउंट्स का पासवर्ड एक जैसा तो उसें तुरंत बदल दें। यदि किसी साइबर ठग ने किसी वेबसाइट, ऑनलाइन बाजार या एप का यूज करके आपसे कॉन्टेक्ट किया है तो उस प्लेटफॉर्म के कस्टमर केयर से शिकायत करें। साइबर ठगी होने पर उसकी शिकायत 1930 या नजदीकी पुलिस थाने में करें। साथ ही जिले के साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज करें अथवा https://cybercrime.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।