15 August 2024 Speech: 15 अगस्त 2024 को भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। देशभर के स्कूल और कॉलेजों में देशभक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। यदि आप भी अपने स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या सोसायटी के कार्यक्रम में देशभक्ति से लबरेज जोशीला भाषण देना चाहते है तो इस लेख से तैयारी कर लें। हमें विश्वास है कि आपका 15 अगस्त पर दिया ये भाषण चारों तरफ सिर्फ आपको तारीफ दिलवाएगा।
माननीय अतिथि गण, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। यह हम सबके लिए गर्व का क्षण है। आप आज के दिन को 15 अगस्त… स्वतंत्रता दिवस… इंडिपेंडेंस डे… चाहे जो भी कहे, आपको भारत के शूरवीरों की याद न आए, तो कहना। आज हम आजाद हवा के नीचे सांस ले रहे है, वो सब उन शूरवीरों की वजह से ही।
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है, उछल रहा है जमाने में नाम-ए-आजादी।
फिराक गोरखपुरी की इन पंक्तियों के जरिये हम उन सभी आजादी के शूरवीरों को नमन करते हैं, जिन्होंने अपनी जान देकर देश को आजाद करवाया। आज उन्हीं की बदौलत हम इस खुले आसमान के नीचे आजादी की स्वच्छ हवा में सांसे ले रहे है।
सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलिस्तां हमारा।
ये पंक्तियां हमें स्मरण करवाती है कि हमारा देश कितना महान है और अनेकताओं से भरा हुआ है। देश की संस्कृति, भाषा और परंपराएं हमें अनोखा बनाती है। इसी पहचान को पाने के लिए देश ने कई सदियों तक संघर्ष किया है। कई शूरवीरों ने बलिदान दिए है।
‘स्वतंत्रता का मतलब सिर्फ विदेशी शासन से मुक्ति नहीं बल्कि कई जिम्मेदारियां भी है, जिन्हें हमें निभाना है।’ हमें अपनी आत्मनिर्भरता, समानता और स्वतंत्रता को बनाये रखने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। यही बात आने वाली हर 15 अगस्त हमें याद दिलाती है। आजादी के जश्न में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि देश की प्रगति के लिए अभी हमें काफी कुछ करना बाकी है। हमें अंतिम व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करनी होगी।
मेरे साथ आइए.. और प्रण लीजिये कि “हम एक राष्ट्र के रूप में हर चुनौती को स्वीकार करेंगे। असमानता और अन्याय से लेकर भ्रष्टाचार और विभाजन तक, एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। हर वो लड़ाई जो हमारी आजादी के लिए खतरा हैं। आज भी लाखों जवान जान की बाजी लगाकर सरहद पर तैनात हैं।
इसी जगह इसी दिन तो हुआ था ये एलान, अंधेरे हार गए ज़िंदाबाद हिन्दोस्तान।
धन्यवाद। जय हिंद। जय भारत।