जयपुर। 2024 Temperature : फरवरी महीने की शुरूआत में ही बारिश होने से मौसम ठंडा हो गया है, लेकिन अब जल्द ही पारा 40 डिग्री (2024 Temperature) तक पहुंचने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार इस साल भी मार्च के महीने से ही भीषण गर्मी शुरू हो जाएगी। इसके पीछे का कारण ग्लोबल वॉर्मिंग और अल नीनो को बताया जा रहा है जिस वजह से रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ने वाली है। गौरतलब है कि पिछले साल भी मार्च में भीषण गर्मी पड़ने लग गई थी और तापमान 40 डिग्री के आसपास पहुंच गया था।
फरवरी से ही पड़ेगी भीषण गर्मी (2024 Temperature)
आपको बता दें कि साल 2023 में हर महीने तापमान के नए नए रिकॉर्ड बने और दिसंबर तक लोगों ने सर्दी का इंतजार किया। पिछले साल पहाड़ों पर बर्फबारी नहीं हुई और घूमने जाने वाले भी निराश रहे। इसके बाद जनवरी के दूसरे सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ी । फिर फरवरी शुरू होते ही कई राज्यों में बारिश शुरू हो गई और लगा कि सर्दी अब ज्यादा पड़ेगी, लेकिन हुआ इसका उल्टा क्योंकि बारिश होने के बाद तापमान (2024 Temperature) बढ़ गया।
यह भी पढ़ें: Jaipur Mausam Today: आज निकलेगी धूप लेकिन ठंड भी बढ़ेगी, ये हैं मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम इसलिए हो रहा इतना गर्म
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस साल कम सर्दी पड़ने के लिए कहा था। दिसंबर 2023 में आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युजंय महापात्र ने बताया था कि सर्दी कम पड़ेगी। देश में दिसंबर से लेकर फरवरी तक ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। इसके पीछे का कारण प्रशांत महासागर में भूमध्यरेखा के आसपास अल-नीनो का मजबूत होना है।
अल-नीनो की वजह से दुनिया के मौसम पर असर
अल-नीनो (El Nino) के कारण भारत समेत पूरी दुनिया के मौसम (2024 Temperature) में बदलाव आ रहा है। इस कारण मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर, हिंद महासागर और अरब सागर में समुद्री सतह का तापमान बढ़ गया है। इसी वजह से पूरी धरती का तापमान बढ़ रहा है। 2023 दिसंबर में दुबई में विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने डराने वाली रिपोर्ट पेश की थी। इसके अनुसार 2023 मानव इतिहास का सबसे गर्म साल रहा। इसके पीछे की वजह भी अल-नीनो है और यह इस साल भी गर्मी बढेगी। इसी की वजह से अब धरती पर भयंकर गर्मी पड़ने वाली है।
यह भी पढ़ें: Jaipur Weather: वैलेंटाइन डे वीक में साथ रखें छतरी, राजस्थान समेत यहां होगी बारिश
साल 2024 में पड़ेगी भयंकर गर्मी
अल नीनो की वजह से आने वाले दिनों में तापमान (2024 Temperature) तेजी से बढ़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इसको लेकर चेतावनी जारी की थी और कहा था कि इस साल अल नीनो की वजह से रिकॉर्ड तोड़ने वाले 2023 की तुलना में अधिक गर्मी पड़ सकती है। साथ ही यूएन ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कार्बन उत्सर्जन में बड़ी कटौती करने की भी अपील की थी। इसको लेकर यूएन ने कहा था कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अल नीनो जैसी मौसमी घटनाओं के कारण सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है.
अल-नीनो क्या और कैसे असर डालता है
आपको बता दें कि अल नीनो एक तरह की मौसम संबंधी घटना है। सामान्यतः अल-नीनो हर 2 से 7 साल में होता है, लेकिन जलवायु परिवर्तन (2024 Temperature) की वजह से सब बदल गया है। जलवायु परिवर्तन की वजह से इसकी अवधि बढ़ने लगी है। अल-नीनो की स्थिति मध्य और पूर्वी प्रशांत सागर में समुद्र का तापमान सामान्य से अधिक होने पर बनती है. समुद्र का तापमान बढ़ने से मौसम गर्म होने लगता है और ऐसी स्थिति में भयानक गर्मी का सामना करना पड़ता है. कुछ इलाकों में सूखे के हालात भी बनने लगते हैं।