Bal Thackrey Aur Ram Mandir: शिवसेना के संथापक बाल केशव ठाकरे उर्फ 'बाल ठाकरे' राम मंदिर की लड़ाई लड़ने वालों रामभक्तों में से एक थे। देश में राम लहर को गति देने वाले बाल ठाकरे की 23 January को जन्मतिथि है। वह भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन जीते जी जो उन्होंने Ayodhya Ram Mandir निर्माण का सपना देखा था, जो आज पूरा हो रहा हैं। पूरा देश 22 January को रामलला की भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा सेलिब्रेट करेगा।
कार्टूनिस्ट से बने राजनेता
अपने करियर की शुरुआत कार्टूनिस्ट के तौर पर करने वाले Bal Thackrey बाद में एक कुशल राजनेता बने। उन्होंने Shiv Sena के नाम से एक प्रखर मराठीवादी दल का गठन किया था। लोग उन्हें 'बालासाहेब ठाकरे' के नाम से भी जानते थे। उनका मराठी में 'सामना' नाम से समाचार-पत्र निकलता हैं।
यह भी पढ़े: 23 January को रामलला मनाएंगे पहला 'पराक्रम दिवस', सुभाष चंद्र बोस से है नाता
राम मंदिर का देखा सपना
बाल ठाकरे देश के उन चुनिंदा और रामभक्त राजनेताओं में शामिल थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हमेशा अपनी आवाज को बुलंद रखा। करोड़ों सनातनियों के साथ बाल ठाकरे ने भी अयोध्या में रामलला को भव्य मंदिर में विराजित करवाने का सपना देखा था। वो सपना आज पूरा हो रहा है।
यह भी पढ़े: पराक्रम दिवस को ही हुआ था सुभाष चंद्र बोस का जन्म, जानिए 23 जनवरी का इतिहास
दो हिस्सों में टूटी शिवसेना
जिन Bal Thackrey ने राम मंदिर निर्माण का सपना देखा था, आज उनकी शिवसेना दो हिस्सों में टूटी हुई है। इनमें से एक दल एकनाथ शिंदे का हैं, जो Ram Mandir Pran Pratistha कार्यक्रम का गवाह बनेगा, लेकिन दूसरी तरफ बाल ठाकरे के बेटे उद्धव का गुट शिवसेना (यूबीटी) हैं, जो इस कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा चुका हैं। यह महज एक संयोग ही है कि 22 जनवरी को रामलला मंदिर में विराजेंगे और अगले दिन 23 जनवरी को बाल ठाकरे की जन्मतिथि है।