5th Shab e Qadr Namaz : रमजान के आखिरे अशरे में शबे कद्र का दौर चल रहा है। जिस रात को कुरान मजीद में लैलतुल कद्र कहा गया है। कलाम पाक इसी मुकद्दस रात में नबी ए करीम पर नाजिल हुआ था। ये रात आखिरे अशरे की विषम यानी के वित्र ताक रातों (Ramadan Odd Nights) में पाई जाती हैं। पहली शबे कदर की रात 31 मार्च 2024 को थी। दूसरी रात (2nd Shab e Qadr) भारत में 2 अप्रैल को थी, तीसरी शबे कद्र की रात (3rd Shab e Qadr) 4 अप्रैल 2024 की रात को थी, चौथी शबे कद्र की रात (4th Shab e Qadr) 6 अप्रैल 2024 की रात को थी। अब 8 अप्रैल की रात को पांचवीं शबे कद्र (5th Shab e Qadr) यानी 29वीं शब होगी। 5th Laylatul Qadr की रात को क्या पढ़ना है यही हम बताने जा रहे हैं। इससे आपको यह पता चल जाएगा कि पांचवीं शबे कद्र में नमाज (5th Shab e Qadr Namaz) कैसे पढ़े ताकि ज्यादा से ज्यादा सवाब हासिल हो सके। ऐसी ही और भी इस्लाम से जुड़ी जानकारी के लिए हमें पढ़ते रहे और दिल से दुआ देते रहे।
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पांचवीं शबे कद्र की नमाज का तरीका
(5th Shab e Qadr Namaz)
1. 4 रकात नफिल अलम नशरह लका के साथ
पांचवीं शबे कद्र की नमाज में (5th Shab e Qadr Namaz) आपको सबसे पहले 4 रकात नफिल पढ़ने हैं। हर रकात में सूरह फातिहा के बाद 1 बार सूरह कद्र, 3 बार सूरह इख्लास पढ़ें। सलाम फेरने के बाद 70 अलम नशरह लका सदरक (Alam nashrah laka sadrak) सूरत अश शरह (Surah Ash-Sharh) पढ़ें। इंशा अल्लाह इस नमाज़ को पढ़ने वाले का ईमान पहाड़ की तरह मजूबूत कर दिया जाता है। 29वीं रात को ये नफिल जरूर पढ़ें।
2. दो रकात नफिल सूरह इख्लास के साथ
इसके बाद 2 रकात नफिल (5th Shabe Qadr Namaz) पढ़ने हैं। जिसमें सूरह फातिहा के बाद हर रकात में 3 बार सूरह कद्र तथा 27 बार सूरह इख्लास पढ़नी है। इंशा अल्लाह रब्बे कायनात आपके तमाम अगले पिछले गुनाहों को माफ फरमा देगा और मगफिरत आपके लिए मुकद्दर कर दी जाएगी।
3. चार रकात नफिल सूरह वाकिया के साथ
29वीं शब को 4 रकात नफिल (5th Shab e Qadr Namaz) दो सलाम के साथ इस तरह पढ़ने हैं कि सूरह फातिहा के बाद हर रकात में 1 बार सूरह क़द्र, 5 बार सूरह इख्लास (Surah Ikhlas) पढ़ना है। सलाम फेरने के बाद 100 बार दुरूद शरीफ पढ़ना है। उसके बाद सूरह वाकिया (Surah Waqiah) 7 बार पढ़नी है। इंशा अल्लाह आपके घर कारोबार में बेपनाह बरकतें अता होगी।
4. दो रकात नफिल जहन्नम की आग से पनाह के साथ
पांचवीं शबे कद्र (5th Shab e Qadr Namaz) में दो रकात नवाफिल ऐसे अदा करे कि सूरह फातिहा के बाद प्रत्येक रकात में 21 बार सूरह इख्लास यानी कुल हुवलल्लाहु अहद पढ़ें और सलाम फेरने के बाद ये दुआ “अल्लाहुम्मा अजिरनी मिन्ननार” पढ़ें। इंशा अल्लाह जहन्नम की आग आप पर हराम कर दी जाएगी। अल्लाह हमें इस आखिरी लैलतुल कद्र की सही मायने में कद्र करने की तौफीक़ नसीब अता फरमाएँ।
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पांचवीं शबे कद्र कब है?
(5th Shab e Qadr)
पहली शबे कद्र की रात 31 मार्च 2024 को थी। दूसरी रात 23वीं रात यानी बाईसवें रमजान की रात 2 अप्रैल को थी। तीसरी शबे कद्र की रात 4 अप्रैल की रात को यानी 24वें रमजान की रात को थी, चौथी शबे कद्र की रात (4th Shab e Qadr) 6 अप्रैल 2024 को थी। क्योंकि इस्लाम में हिजरी कैलेंडर शाम के समय से अगली शाम तक चलता है। मतलब रोजा अगर 28वां है तो उस दिन 29वीं रात होगी। ऐसे में भारत में पांचवीं लैलतुल कद्र (5th Shab e Qadr) की रात 8 अप्रैल 2024 सोमवार की रात होगी। इसे ही 29वीं रात कहा जाता है।