नई दिल्ली- अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ हमारा नया संसद भवन दुनिया का सबसे आधुनिक भवन बन तैयार हो गया है। सबसे आधुनिक है भारत की नई संसद मौजूदा संसद भवन की बात करे तो यह 971 करोड़ रूपए में बनकर तैयार हुआ है। वहीं पुराना संसद भवन 83 लाख रूपए में बनाया गया था। नया संसद भावन 28 मई को प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। नए संसद भवन की खुबियों की बात करें तो इस संसद भवन मे मंत्रियों और पार्टियों के साथ ही सांसदों का भी अपना कमरा होगा। इसके साथ ही संसद से जुड़े मार्शल ओर कर्मचारी राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की डिजाइन की हुई वेशभूषा में नजर आएंगे। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों द्वारा नए भावन निर्माण के लिए 2019 में आग्रह किया गया था। जिसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए भवन का शिल्यानास किया गया।
संसद के पुराने भवन की बात करें तो इसमे लोकसभा में 550 तथा राज्यसभा के 250 सदस्यों के बैठक की व्यवस्था भी है। जबकि नए भवन में लोकसभा मे 888 तथा राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठक की व्यवस्था की गई हैं। नए संसद भवन में कमेटी हॉल बनाया गया है पुराने भवन में सेंट्रल हॉल था। इसके साथ ही नए भवन में संविधान कक्ष को भी बेहद खूबसूरत तरीके से बनाया गया है। इसमें भविष्य को भी ध्यान में रखते हुए 1224 सांसदों के बैठेने की व्यवस्था की गई है।
पुराने भवन का इतिहास
पुराना भवन 1921 में शुरू हुआ था। पुराना ससद भवन 6 साल में बनकर तैयार हो गया था। पुराने भवन में 566 मीटर व्यास वाली इमारत मौजूद है। पुराने संसद भवन के उद्घाटन की बात करे तो इसका उद्घाटन 18 जनवरी 1927 में तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन द्वारा किया गया था। एडविन लुटियंस द्वरा पुराने संसद भवन का डिजाइन बनाया गया था। पुराने संसद भवन को जल्द ही 100 वर्ष होने वाले है।
नए संसद भवन की विशेषता
नए संसद भवन का शिलान्यास 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया था। 28 मई को संसद भवन का उध्दटन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जाएगा। नए संसद भवन को बनाने की प्रकिया 15 जनवरी 2021 में शुरू की गई थी। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी ये बिल्डिंग पीएम मोदी को ड्रीम प्रोजेक्ट है। नए संसद भवन को बनाने में 28 महीने का समय लगा। राज्य सभा कुल 3220 वर्ग मीटर एरिया में बनकर तैयार हुआ है। भवन में पेपर लेस काम किया जाएगा। इसके साथ ही इसमें एक कॉस्टीट्यूशन हॉल भी बनाया गया है जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरसत की झलक दिखाई देती है। यह इमारत 4 मंजिला है जिसमें प्रवेश की लिए 6 रास्ते बनाए गऐ है। नए संसद भवन का प्रोजेक्ट टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है।