अजित पवार के शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बनने के बाद महाराष्ट्र की सियासत में उथलपुथल मची हुई है। आज शरद गुट और अजित गुट की अलग-अलग बैठक आयोजित की गई। इस दौरान दोनों का सियासी जंग चुनाव आयोग तक पहुंच गया। अजित पवार ने चुनाव आयोग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नाम और उसके चुनाव चिह्न के लिए मांग की है। इसके लिए जूनियर पवार ने चुनाव आयोग ने याचिका भी दाखिल की है।
अजित पवार ने रिटायर्ड होने की बताई उम्र
एमईटी सेंटर में आयोजित बैठक में अजित पवार ने शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि आपकी उम्र हो गई है, अब आप आशीर्वाद दीजिए। उन्होनें कहा कि राज्य सरकार के कर्मचारी 58 साल और केंद्र के कर्मचारी 60 साल की उम्र में रिटायर्ड हो जाते हैं। यहां तक की भाजपा में भी 75 साल में सेवानिवृत हो जाते हैं। आपकी तो उम्र 84 साल हो गई है। मैं भी राज्य का सीएम बनने की इच्छा रखता हूं। राज्य की भलाई के लिए राज्य का प्रमुख होना जरूरी है। तभी राज्य की भलाई कर पाऊंगा।
शरद गुट ने भी दायर की याचिका
अजित गुट के साथ ही शरद गुट भी अपनी याचिका लेकर चुनाव आयोग के पास गया। शरद पवार गुट के जयंत पाटिल से मिली याचिका में उन्होनें अजित पवार समेत 9 विधायकों को आयोग्य घोषित करने की मांग की है। खबरों के मुताबिक शरद पवार खेमे ने आयोग के समक्ष एक याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि गुटीय लड़ाई के संबंध में कोई भी निर्देश पारित करने से पहले उनकी बात सुनी जाए।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन अधरझूल में
शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच हुई बगावत से महाविकास अघाड़ी गठबंधन खत्म होने की कगार पर है। इस समय कांग्रेस को एनसीपी की बगावत का फायदा मिल सकता है। अब तक एनसीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। एनसीपी के शरद पवार की ओर से प्रतिपक्ष के नेता के रूप में दूसरा नाम भेजा था। जिसका कांग्रेस ने विरोध किया और सबसे बड़ी दूसरी पार्टी होने के कारण अब प्रतिपक्ष के नेता का नाम दर्ज करने की अनुशंसा की है। महाराष्ट्र की राजनीति में पहले शिवसेना में हुई बगावत के बाद एनसीपी में हुई बगावत से महाविकास अघाड़ी गठबंधन लगभग अधरझूल में आ गया है।