हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया अक्षय तृतीया का त्योहार पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है ज्योतिष के अनुसार अक्षय तृतीया पर कुछ विशेष संयोग बन रहे हैं।
इस विशेष पर्व पर क्या क्या दान करें?
अक्षय तृतीया के पावन पर्व का पौराणिक और धार्मिक महत्व भी है। यह पर्व सौभाग्य प्राप्ति का पर्व माना जाता है। इस दिन स्वर्ण आभूषण की खरीदी के साथ-साथ दान का भी महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गाय, भूमि, स्वर्ण, तिल, गुड़, चांदी, वस्त्र ,शहद और कन्या दान करने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि इस दिन किए गए पुण्य कार्य कभी नष्ट नहीं होते।
अक्षय तृतीया के अबूझ सावे का महत्व इसी से पता चलता है कि पूरे 24 घंटे यह शुभ मुहूर्त बना रहेगा।
आइए जानते हैं खरीदारी के कौन-कौन से शुभ मुहूर्त हैं?
पहला मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त में ही है जिसका समय सुबह 4:21 से सुबह 5:05 तक का है
दूसरा अभिजीत मुहूर्त है जिसका समय 11:54 से 12:46 तक का है।
तीसरा विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:22 तक का है।
चौथा गोधूलि मुहूर्त है यह 6:49 से 7:11 तक का है।
पांचवा मुहूर्त अमृत काल है जो साईं 8:58 से रात 10:35 तक रहेगा।
छटा मुहूर्त निशिता मुहूर्त है जिसका समय रात्रि 11:57 से 12:41 रहेगा।
सातवां मुहूर्त 23 तारीख शुभ है 5:49 से 7:49 तक है।
इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग 11:24 से पांच बजकर अड़तालीस मिनिट तक रहेगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया अक्षय तृतीया का त्योहार पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है ज्योतिष के अनुसार अक्षय तृतीया पर कुछ विशेष संयोग बन रहे हैं।
इस विशेष पर्व पर क्या क्या दान करें?
अक्षय तृतीया के पावन पर्व का पौराणिक और धार्मिक महत्व भी है। यह पर्व सौभाग्य प्राप्ति का पर्व माना जाता है। इस दिन स्वर्ण आभूषण की खरीदी के साथ-साथ दान का भी महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गाय, भूमि, स्वर्ण, तिल, गुड़, चांदी, वस्त्र ,शहद और कन्या दान करने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि इस दिन किए गए पुण्य कार्य कभी नष्ट नहीं होते।
अक्षय तृतीया के अबूझ सावे का महत्व इसी से पता चलता है कि पूरे 24 घंटे यह शुभ मुहूर्त बना रहेगा।
आइए जानते हैं खरीदारी के कौन-कौन से शुभ मुहूर्त हैं?
पहला मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त में ही है जिसका समय सुबह 4:21 से सुबह 5:05 तक का है
दूसरा अभिजीत मुहूर्त है जिसका समय 11:54 से 12:46 तक का है।
तीसरा विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:22 तक का है।
चौथा गोधूलि मुहूर्त है यह 6:49 से 7:11 तक का है।
पांचवा मुहूर्त अमृत काल है जो साईं 8:58 से रात 10:35 तक रहेगा।
छटा मुहूर्त निशिता मुहूर्त है जिसका समय रात्रि 11:57 से 12:41 रहेगा।
सातवां मुहूर्त 23 तारीख शुभ है 5:49 से 7:49 तक है।
इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग 11:24 से पांच बजकर अड़तालीस मिनिट तक रहेगा।
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